मानसून ने खराब कर दी ताज महल की हालत..!
जानकर उड़ जाएंगे आपके होश
5 days ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
दिल्ली-एनसीआर सहित पूरे उत्तर भारत में इस समय मानसूनी बारिश आफत बनकर बरस रही है। पहाड़ों पर बादल फटने, नदी-नालों के उफान पर आने और कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। जिन जगहों पर कभी बाढ़ की कल्पना तक नहीं की गई थी, वहां भी नदियों का पानी घुसने लगा है। हालात ऐसे हैं, मानो लोग गुहार लगा रहे हों – "हे इंद्रदेव, अब तो थम जाइए!" सबसे चिंताजनक हालात उत्तर प्रदेश के आगरा में देखने को मिल रहे हैं, जहां यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर चुका है। ताजमहल के पीछे स्थित महताब बाग तक बाढ़ का पानी पहुंच गया है, जिससे न सिर्फ पर्यटक परेशान हैं बल्कि स्थानीय प्रशासन भी अलर्ट पर है।
ताजमहल के पीछे महताब बाग में घुसा पानी
बुधवार सुबह यमुना का पानी तेजी से बढ़ता हुआ महताब बाग तक पहुंच गया। यहां से ताजमहल का दीदार करने वाले सैकड़ों पर्यटक प्रभावित हुए। बाढ़ के खतरे को देखते हुए पीएसी और पुलिस पिकेट को महताब बाग से हटा दिया गया है। वहीं यमुना किनारे बसे गांवों, बस्तियों और कॉलोनियों को प्रशासन ने खाली कराना शुरू कर दिया है। श्मशान घाट में यमुना का पानी पहले ही भर चुका था, लेकिन पिछले तीन दिनों से लगातार जलस्तर में वृद्धि के चलते अब हालात और भी खराब हो गए हैं। बुधवार तक यमुना का जलस्तर 151.400 मीटर तक पहुंच गया, जो खतरे के निशान से काफी ऊपर है।
हथिनी कुंड बैराज से छोड़ा गया पानी बढ़ा रहा संकट
हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से लगातार छोड़े जा रहे पानी की वजह से यमुना नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। जिला बाढ़ नियंत्रण अधिकारी और एडीएम फाइनेंस शुभांगी शुक्ला ने बताया कि सोमवार को हथिनी कुंड बैराज से 3.5 लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ा गया था, जिससे यमुना का जलस्तर तेजी से ऊपर चढ़ा। शुभांगी शुक्ला ने चेतावनी दी है कि शुक्रवार तक पानी का स्तर 152 फीट तक पहुंच सकता है, जो सीधे तौर पर बाढ़ का संकेत है। इसी कारण यमुना किनारे बसे क्षेत्रों को पूरी तरह से खाली कराया जा रहा है ताकि किसी भी तरह की जनहानि न हो।
चंबल और उतंगन नदियों में भी बिगड़ रहे हालात
आगरा ही नहीं, बल्कि आसपास के क्षेत्रों में भी स्थिति खतरनाक होती जा रही है। पिनाहट के उतंगन और चंबल नदी में भी बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। यहां लगातार पानी बढ़ने से निचले इलाकों में जलभराव हो गया है, जिससे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए प्रशासन लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहा है।
प्रशासन अलर्ट पर, राहत कार्य तेज
बाढ़ नियंत्रण विभाग, स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमों को अलर्ट पर रखा गया है। यमुना किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जा रहा है। वहीं, ताजमहल और उसके आसपास की सुरक्षा व्यवस्था भी सख्त कर दी गई है ताकि पर्यटकों को किसी तरह की दिक्कत का सामना न करना पड़े।