हटाई गईं एनएचएम की एचआर प्रबंधक सुधा यादव,
तीन साल से लग रहे थे गंभीर आरोप
1 months ago
Written By: विनय के. सिंह
उत्तर प्रदेश के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) में मानव संसाधन की महाप्रबंधक के पद पर तैनात सुधा यादव को उनके पद से हटा दिया गया है। सुधा यादव पर फर्जी डिग्री लगाकर नौकरी पाने और विभाग में भ्रष्टाचार करने के गंभीर आरोप लगे थे। इस मामले में एनएचएम की निदेशक डॉ. पिंकी जोवेल ने 20 अगस्त को आदेश जारी कर सुधा यादव को उनके पद से हटाने का निर्णय लिया।
डॉ. अमित कुमार ओझा को सौंपी नई जिम्मेदारी
वहीं अब सुधा यादव के स्थान पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में मानव संसाधन के महाप्रबंधक की जिम्मेदारी अब डॉ. अमित कुमार ओझा को सौंपी गई है। विभागीय सूत्रों के अनुसार, डॉ. ओझा से उम्मीद की जा रही है कि वे एचआर से संबंधित व्यवस्थाओं में पारदर्शिता लाने के साथ-साथ कर्मचारियों की लंबित समस्याओं का भी निस्तारण करेंगे।
तीन वर्षों से चल रही थीं शिकायतें
मिली जानकारी के मुताबिक, सुधा यादव के खिलाफ पिछले तीन वर्षों से लगातार गंभीर शिकायतें दर्ज की जा रही थीं। कर्मचारियों का आरोप था कि विभाग में फर्जीवाड़ा, पक्षपात और भ्रष्टाचार जैसी अनियमितताएं लगातार बढ़ रही हैं। सैकड़ों की संख्या में कर्मचारियों ने सुधा यादव के खिलाफ विभागीय मंत्री और प्रमुख सचिव से भी शिकायतें की थीं, लेकिन प्रभावशाली होने के कारण सभी शिकायतें अब तक रद्दी की टोकरी में डाल दी जाती थीं।
डॉ. पिंकी जोवेल का सख्त निर्णय
वहीं लगातार बढ़ते विवाद और कर्मचारियों के आक्रोश को देखते हुए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की निदेशक डॉ. पिंकी जोवेल ने 20 अगस्त को निर्णायक कदम उठाते हुए सुधा यादव को पद से हटाने का आदेश जारी किया। विभागीय सूत्रों का कहना है कि यह निर्णय संगठन में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के उद्देश्य से लिया गया है।