प्लेन से बुलाए शूटर…फिर करवाया हमला…
प्रोफेसर ने रची थी BHU के विभागाध्यक्ष की हत्या की साजिश…
1 months ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
वाराणसी के काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में 28 जुलाई को तेलुगु विभाग के वर्तमान विभागाध्यक्ष (HOD) प्रोफेसर सी.एस. रामचंद्रमूर्ति पर हुए हमले की जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। इस हमले में प्रोफेसर के दोनों हाथ फ्रैक्चर हो गए थे। पुलिस की जांच में सामने आया कि इस घटना के पीछे विभाग के ही पूर्व HOD प्रोफेसर बूदाटी वेंकटेश लू का हाथ था। उन्होंने अपने पूर्व छात्रों और कुछ अन्य लोगों को हायर कर इस हमले को अंजाम दिलाया। पुलिस ने अब तक दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि आरोपी पूर्व HOD वेंकटेश लू अभी भी फरार है।
प्लेन से बुलाए गए थे हमलावर
जांच में पता चला कि पूर्व HOD वेंकटेश लू ने अपने दो पूर्व छात्रों, बूतपुर भास्कर और कासिम बाबू से संपर्क किया था। तेलंगाना में रहने के कारण उन्हें प्लेन से बुलाया गया। वेंकटेश लू ने आरोप लगाया कि वर्तमान HOD उन्हें परेशान कर रहे हैं, जिसके बाद भास्कर और कासिम ने एक स्थानीय व्यक्ति गणेश पासी से संपर्क किया। गणेश ने दो और लोगों को शामिल करके हमला करवाया।
मुठभेड़ में घायल होकर पकड़ा गया आरोपी
पुलिस की सघन चेकिंग के दौरान अशोक पूरम कॉलोनी के पास गणेश पासी से मुठभेड़ हो गई। खुद को घिरा देख उसने पुलिस पर फायरिंग की, जिसके बाद जवाबी कार्रवाई में उसके पैर में गोली लगी। पुलिस ने उसे मौके से गिरफ्तार कर BHU ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया। साथ ही पुलिस ने तेलंगाना जाकर बूतपुर भास्कर को भी ट्रांजिट रिमांड पर लिया।
प्रशासनिक विवाद बनी वजह
डीसीपी क्राइम सरवणन टी. के अनुसार, पूर्व और वर्तमान HOD के बीच प्रशासनिक मुद्दों को लेकर मनमुटाव था। इसी कारण प्रो. वेंकटेश लू ने अपने छात्रों के जरिए प्रो. रामचंद्रमूर्ति को डराने की योजना बनाई। पूछताछ में पता चला कि इस हमले के लिए 48 हजार रुपये का लेन-देन हुआ था और फोन-पे से पैसे ट्रांसफर के सबूत भी मिले हैं।
कैंपस में सुरक्षा बढ़ाने की मांग
इस घटना के बाद पुलिस ने BHU प्रशासन से कैंपस में अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाने का अनुरोध किया है। फिलहाल पुलिस अन्य फरार आरोपियों- सूरज दुबे, प्रदुम्मन यादव, विशाल यादव और वेदांत भूषण मिश्रा की तलाश में जुटी है।