रेलवे को लगया गजब का चूना, चांदी की जगह तांबे के मेडल किए सप्लाई,
इंदौर की कंपनी पर मुकदमा दर्ज
4 days ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में रेलवे विभाग में एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। यहां सम्मान समारोह के लिए मंगवाए गए गोल्ड प्लेटेड सिल्वर मेडल असल में तांबे के निकले हैं। वहीं इस चौका देने वाले खुलासे के बाद रेलवे अधिकारियों के होश उड़ गए और विभाग में हड़कंप मच गया है। फिलहाल इस मामले में कार्रवाई करते हुए इंदौर की एक निजी कंपनी पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है।
तांबे के मेडल सप्लाई, खुला घोटाला
रेलवे विभाग ने इंदौर की कंपनी M/s वायबल डायमंड्स को 853 गोल्ड प्लेटेड सिल्वर मेडल सप्लाई करने का ऑर्डर दिया था। इनमें से 553 मेडल अप्रैल 2025 में आलमबाग स्थित सामान्य भंडार डिपो में पहुंचे। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर जब स्थानीय लैब में इन मेडल की जांच कराई गई, तो हैरान कर देने वाला सच सामने आया। जांच रिपोर्ट में पाया गया कि जिन मेडल्स में 99.9% चांदी होनी चाहिए थी, उनमें केवल 0.01% से 0.02% चांदी मिली। असल में मेडल पूरी तरह तांबे से बने थे।
इंदौर की कंपनी और जांच एजेंसी पर मुकदमा
खुलासे के बाद रेलवे विभाग ने आलमबाग थाने में तहरीर देकर कंपनी मालिक विपुल जैन और जांच एजेंसी TUV इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, मुंबई के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। रेलवे विभाग का कहना है कि यह मामला केवल गुणवत्ता में कमी का नहीं बल्कि सोची-समझी आपराधिक साजिश का है। विभाग की शिकायत पर पुलिस ने धारा 419 और 420 के तहत केस दर्ज किया है और जांच शुरू कर दी गई है।
रेलवे अधिकारियों के लिए खरीदे गए थे मेडल
आलमबाग एसओ के अनुसार, रेलवे विभाग का इंदौर की कंपनी से एग्रीमेंट था। ये मेडल रिटायर होने वाले अधिकारियों को सम्मानित करने के लिए खरीदे गए थे। एग्रीमेंट के अनुसार मेडल में 99% सिल्वर होना चाहिए था, लेकिन जांच में केवल 1% सिल्वर निकली और बाकी हिस्सा नकली धातु का था।
रेलवे विभाग में हड़कंप, जांच तेज
इस खुलासे के बाद रेलवे विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। पुलिस मामले की गहन जांच में जुटी हुई है। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि कंपनी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, ताकि भविष्य में इस तरह की धोखाधड़ी की पुनरावृत्ति न हो।