राजा भैया के पास 200 से अधिक हथियार !
विजयादशमी शस्त्र पूजन में दिखा जखीरा, वीडियो वायरल
23 days ago Written By: आदित्य कुमार वर्मा
उत्तर प्रदेश की राजनीति में दशहरे का त्योहार इस बार खासा चर्चा में रहा। वजह बने विधायक राजा भैया, जिन्होंने अपने कुंडा स्थित बेंती महल में शस्त्र पूजन कर पत्नी भानवी सिंह के आरोपों का सीधा जवाब दिया। हर साल की तरह इस बार भी उन्होंने अस्त्र-शस्त्रों की पूजा की, लेकिन पहली बार वीडियो और तस्वीरें सार्वजनिक कर दीं। तस्वीरों में करीब 200 से ज्यादा देशी-विदेशी हथियार सजे नजर आए, जिनमें पिस्टल, रिवॉल्वर, राइफल और थर्टी कारबाइन तक शामिल रहे।
भानवी सिंह के आरोप और विवाद की जड़ असल विवाद 18 सितंबर को शुरू हुआ जब भानवी सिंह ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर आरोप लगाया कि राजा भैया के पास अवैध हथियारों का जखीरा है। उन्होंने दावा किया कि इनमें कुछ हथियार ऐसे हैं जिनसे “मास डिस्ट्रक्शन” यानी बड़े पैमाने पर तबाही हो सकती है और जन सुरक्षा व आंतरिक शांति के लिए खतरा पैदा हो सकता है। दरअसल, यह झगड़ा नया नहीं है। 3 जून 2025 को भी भानवी सिंह ने पीएमओ को पत्र भेजकर राजा भैया पर यही आरोप लगाए थे और कहा था कि उनके पास अवैध विदेशी हथियारों का बड़ा जखीरा है। उन्होंने राजा भैया पर जान से मारने की धमकी देने का भी आरोप लगाया था। इसके बाद पीएमओ ने गृह मंत्रालय को जांच के आदेश दिए थे।
राजा भैया खेमे की सफाई पत्नी के आरोपों के जवाब में राजा भैया के करीबी और पूर्व सांसद अक्षय प्रताप सिंह उर्फ गोपाल जी ने सफाई देते हुए कहा था कि भानवी सिंह के आरोप पूरी तरह बेबुनियाद और फर्जी हैं। उनके मुताबिक जो उस समय तस्वीरें सामने आई थीं, वे एडिटेड हैं और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) से बनाई गई हैं। उन्होंने यह भी कहा था कि भानवी सिंह पिछले दस साल से अलग रह रही हैं, ऐसे में उनके पास हथियारों की ताजा तस्वीरें कहां से आ सकती हैं? गोपाल जी ने यहां तक चुनौती दी कि जो भी देखना चाहे, दशहरे पर खुद आकर हथियार देख सकता है। उन्होंने दावा किया कि राजा भैया के पास जितने भी हथियार हैं, सब लीगल और लाइसेंसी हैं, और दशहरे पर उनकी पूजा करना वर्षों पुरानी परंपरा है।
राजनीतिक और निजी जंग का नया अध्याय राजा भैया और भानवी सिंह के बीच वर्षों से चला आ रहा विवाद अब सार्वजनिक रूप से हथियारों की पूजा और वीडियो जारी करने तक पहुंच चुका है। राजा भैया का यह कदम न केवल पत्नी के आरोपों का जवाब माना जा रहा है बल्कि एक राजनीतिक संदेश भी, कि उनके पास मौजूद हथियार वैध हैं और वे परंपरागत पूजा के लिए सार्वजनिक तौर पर प्रदर्शित भी किए जा सकते हैं।