लखनऊ के ट्रामा सेंटर में रेजिडेंट डॉक्टरों पर नर्सिंग स्टॉफ का हमला..!
प्रशासन ने लिया संज्ञान
1 months ago Written By: आदित्य कुमार वर्मा
लखनऊ के ट्रामा सेंटर में शुक्रवार की रात गंभीर घटना घटी जब अस्थि शल्य क्रिया विभाग के जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर अश्विन पर नर्सिंग स्टॉफ शुभम राव ने हमला कर दिया। घटना उस समय हुई जब डॉक्टर अश्विन ने मरीज के लिए जरूरी सामग्री मांगी। नशे में धुत्त स्थिति में मौजूद शुभम राव ने गुस्से में डॉक्टर को गाली दी और उनका कॉलर पकड़कर धक्का दे दिया, जिससे डॉक्टर को गंभीर चोटें आईं।
लगातार आक्रोश और झूठी एफआईआर गौरतलब हो कि, पिछले कुछ समय से नए परमानेंट नर्सिंग स्टॉफ द्वारा रेजिडेंट डॉक्टरों के साथ दुर्व्यवहार की घटनाएं लगातार हो रही हैं। इस कड़ी में नर्सिंग स्टॉफ ने झूठी एफआईआर भी दर्ज कर दी, जिसमें यह आरोप लगाया गया कि डॉक्टरों ने शराब पी रखी थी। जांच में यह आरोप पूरी तरह बेबुनियाद साबित हुआ। डॉक्टरों ने कहा कि अक्सर उन्हें धमकियां दी जाती हैं कि परमानेंट स्टॉफ होने के नाते उनकी नौकरी को नुकसान पहुंचाया जा सकता है।
रेजिडेंट डॉक्टरों की रैली और प्रशासन का आश्वासन इसी घटना के विरोध में रेजिडेंट डॉक्टरों ने रैली का आयोजन किया। प्रशासन ने रेजिडेंट डॉक्टरों को आश्वासन दिया कि चौबीस घंटे के भीतर झूठी एफआईआर वापस ली जाएगी, डॉक्टरों की मानहानि का न्याय किया जाएगा, नर्सिंग कोड उचित रूप से लागू किया जाएगा और दोषी नर्सिंग स्टॉफ शुभम राव को पूर्ण रूप से बर्खास्त किया जाएगा। मौके पर डॉक्टरों की अधिवक्ता शुभांगी द्विवेदी भी मौजूद रही और उन्होंने प्रशासन से कहा कि यदि न्याय नहीं मिला तो न्यायालय की ओर रुख किया जाएगा।
सहयोग और शांति का संदेश वहीं सीनियर डॉक्टर रम्बीत चंद द्विवेदी ने सभी रेजिडेंट डॉक्टरों से शांति बनाए रखने और प्रशासन के साथ सहयोग करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि सभी डॉक्टर ईमानदारी से काम करते हैं, लगातार 72 घंटे की ड्यूटी करते हैं और सेवा में किसी भी तरह की रूकावट नहीं चाहते।
मौके पर मौजूद डॉक्टर वहीं घंटों चली इस आंदोलन के बावजूद डॉक्टर अमित शर्मा, डॉक्टर दीपक, डॉक्टर अमित जायसवाल, डॉक्टर सतीश, डॉक्टर आयुष और डॉक्टर निखिल सहित कई डॉक्टरों ने काम जारी रखा, जिससे मरीजों का इलाज बाधित नहीं हुआ।