हेलीकॉप्टर से आयी SDM साहिबा की बारात:
एक अनोखी शादी की कहानी
14 days ago
Written By: Amir Rayeen
कुशीनगर, उत्तर प्रदेश – प्रशासनिक अधिकारी और उनके व्यक्तिगत जीवन के बीच का अंतर अक्सर सामान्य जनता के लिए दिलचस्प होता है, लेकिन कुशीनगर के सलेमगढ़ गांव की रहने वाली एसडीएम सल्तनत परवीन की शादी ने इस अंतर को पूरी तरह से तोड़ा है।वैवाहिक संस्कार को आज हर कोई यादगार बनाना चाहता है इसके लिए वह हर उपाय करता है। कुछ ऐसा ही उदाहरण देखने को मिला उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले के सेवरही विकासखंड के ग्राम सभा सलेमगढ़ में। इस शादी में खास बात यह रही कि दूल्हा बारात लेकर किसी लग्जरी कार से नहीं बल्कि हेलीकॉप्टर से पहुंचे। दुल्हन बनीं महोबा की वर्तमान उपजिलाधिकारी (SDM) सल्तनत परवीन। जो मूल रूप से सलेमगढ़ गांव की रहने वाली हैं। एसडीएम साहिबा की शादी हाल ही में चर्चा का विषय बन गई, जब उनकी बारात हेलीकॉप्टर से आई। यह शादी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं थी, और इससे जुड़ी कई दिलचस्प बातें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं।
कौन हैं एसडीएम सल्तनत परवीन?
सल्तनत परवीन कुशीनगर के सलेमगढ़ गांव की रहने वाली हैं और फिलहाल महोबा जिले में एसडीएम के पद पर तैनात हैं। अपनी कड़ी मेहनत और प्रशासनिक क्षमता के लिए वे अक्सर सुर्खियों में रहती हैं। उनकी कार्यशैली और लगन को देखते हुए वे प्रशासनिक जगत में काफी सम्मानित अधिकारी मानी जाती हैं। सल्तनत परवीन का नाम अब एक और कारण से चर्चा में है – उनकी शानदार शादी।
शादी के जोड़े में चमकीला तड़का
सल्तनत परवीन की शादी का दूसरा मुख्य पहलू उनका दूल्हा है – अहमद रजा खान, जो एक मशहूर हीरा कारोबारी हैं। उनकी और सल्तनत की शादी का मामला तब सुर्खियों में आया, जब यह खबर आई कि दूल्हा-दुल्हन की शादी में एक अनोखी रीति अपनाई गई है। अहमद रजा खान के परिवार और सल्तनत के परिवार ने मिलकर यह तय किया कि शादी को एक भव्य तरीके से मनाया जाएगा। इस शादी की सबसे खास बात यह रही कि सल्तनत परवीन की बारात हेलीकॉप्टर से आई।
हेलीकॉप्टर से दूल्हे की बारात
हेलीकॉप्टर से बारात आना एक बेहद शानदार और अनोखा तरीका है, जो न केवल रिश्तेदारों और मेहमानों को चौंका देता है, बल्कि यह पूरी शादी को एक अलग ही स्तर पर ले जाता है। दूल्हे के हेलीकॉप्टर से शादी में पहुंचने का दृश्य देखना वाकई एक अद्भुत अनुभव था। इस घटना ने शादी को खास बनाने के साथ-साथ प्रशासनिक अधिकारियों और आम जनता दोनों के बीच चर्चा का विषय बना दिया। गांव के जूनियर हाईस्कूल मैदान में हेलीकॉप्टर उतरते ही ग्रामीणों की भारी भीड़ जमा हो गई। लोगों में हेलीकॉप्टर और दूल्हे को देखने का उत्साह देखते ही बन रहा था. पहली बार गांव में इस तरह बारात आई थी, जिसे देखने के लिए बच्चे, बूढ़े और महिलाएं दौड़ पड़े. प्रशासन ने सुरक्षा की पूरी व्यवस्था की थी और हेलीपैड का निर्माण खासतौर पर गांव में कराया गया था ।
अन्य आयोजनों ने भी खींचा ध्यान ।
सल्तनत परवीन की शादी में जो न सिर्फ प्रशासनिक प्रतिष्ठा को उजागर करती है, बल्कि समाज में उनके व्यक्तिगत जीवन के बारे में भी एक नई कहानी बताती है। उनके द्वारा की गई शादी ने यह सिद्ध कर दिया कि प्रशासनिक अधिकारी भी अपनी खुशियों को खुले दिल से मना सकते हैं और हर कार्य को भव्यता के साथ अंजाम दे सकते हैं। यह शादी किसी पारंपरिक शादी से अधिक कुछ थी, क्योंकि इसमें राजसी अंदाज, शानदार तैयारियां और भव्यता दिखाई दी। हेलीकॉप्टर से दूल्हे की बारात के अलावा, शादी के अन्य आयोजनों ने भी सबका ध्यान खींचा।
अधिकारी का निजी जीवन भी होता है रंगीन
इस अनोखी शादी ने यह साबित कर दिया कि चाहे आप किसी भी पेशे में हों, खुशियों को मनाने का तरीका हमेशा व्यक्तिगत और अनोखा होता है। सल्तनत परवीन ने अपनी शादी से यह दिखाया कि हर अधिकारी का निजी जीवन भी उतना ही रंगीन और खास हो सकता है, जितना उनके पेशेवर जीवन में सफलता।
यह शादी न केवल एक शानदार समारोह बन गई, बल्कि इसने सभी को यह भी दिखा दिया कि प्रशासनिक अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों के साथ-साथ अपनी निजी जिंदगी में भी उत्साह और भव्यता को अपना सकते हैं।