नवरात्र के चौथे दिन खुला ज्ञानवापी स्थित श्रृंगार गौरी मंदिर,
साल में केवल एक बार ही होते हैं दर्शन
22 days ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
वाराणसी: लम्बे समय से चल रहे ज्ञानवापी विवाद के बीच बुधवार को वाराणसी के कथित ज्ञानवापी परिसर में स्थित श्रृंगार गौरी के मंदिर को पूरे एक साल बाद खोला गया, जिस दौरान यहां याचिकाकर्ता चार महिलाओं के साथ हिन्दू पक्ष की ओर से मुकदमा लड़ रहे वकील एडवोकेट विष्णुशंकर जैन ने दर्शन किये। नवरात्री के चौथे दिन मंदिर परिसर में काफी भीड़ रही, इस दौरान मंदिर में 25 मिनट तक विषेश पूजा भी की गई। विधिवत पूजा के दौरान श्रृंगार गौरी मंदिर के टूटे प्राचीन पत्थरों को सिंदूर-चंदन लगाया गया। मंत्र पढ़कर मां की आराधना की गई। वहीं, सुरक्षा के लिए भारी पुलिस फोर्स मंदिर परिसर में तैनात की गई थी। इस दौरान सत्यनारायण मंदिर और विश्वनाथ मंदिर के गेट नंबर 4-बी से सुबह 8.30 बजे श्रद्धालुओं को अन्दर भेजा गया। दोपहर 12 बजे तक श्रद्धालुओं ने दर्शन किया।
साल में एक बार खुलता है मंदिर
1992 से मंदिर परिसर में नियमित दर्शन पर रोक लगाने के बाद मंदिर को दर्शन के लिये खोले जाने की कवायत चल रही थी। जिसको लेकर पांच हिंदू महिलाओं ने 18 अगस्त 2021 को कथित ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में मौजूद हिंदू देवी-देवताओं की नियमित पूजा की अनुमति मांगी थी। जिसमें खास तौर पर श्रृंगार गौरी परिसर में नियमित पूजा अनुमति मांगी गई थी। जिसके बाद कोर्ट के आदेश पर मंदिर का सर्वे किया गया। जिसके बाद भी यहां साल में केवल एक बार ही पूजा होती है। इन पांच याचिकाकर्ता महिलाओं का नेतृत्व दिल्ली की राखी सिंह कर रही हैं, बाकी चार महिलाएं सीता साहू, मंजू व्यास, लक्ष्मी देवी और रेखा पाठक बनारस की हैं।
माँ से माँगा कोर्ट में विजयश्री का आशीर्वाद
हिन्दू पक्ष की ओर से ज्ञानवापी केस लड़ रहे एडवोकेट विष्णुशंकर जैन ने कहा- हमारी मां से यही कामना है कि ज्ञानवापी में जो अष्ट मंडल का मंदिर था वो भव्य रूप से दोबारा स्थापित हो। बाबा के शिवलिंग पर जो वजू हो रहा था, उसकी ASI जांच हो। वहां पर हमें पूजा का अधिकार मिले। मां श्रृंगार गौरी के मूल स्थान पर पूजा का अधिकार मिले। कोर्ट में विजय हो।