हरदोई में पेशी के दौरान कोर्ट से फरार हो गया आरोपी…
पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज…तीन निलंबित…
1 months ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
हरदोई जिले में पुलिस सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करने वाला एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जहां आर्म्स एक्ट में गिरफ्तार एक आरोपी कोर्ट परिसर से पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। यह घटना न्यायालय जैसी संवेदनशील जगह पर हुई, जिसने पूरे पुलिस महकमे को हिला कर रख दिया। घंटों सर्च ऑपरेशन चलने के बाद भी आरोपी का कोई सुराग नहीं मिला, और नतीजे में लापरवाही बरतने वाले तीन पुलिसकर्मियों को तत्काल निलंबित कर दिया गया।
पेशी के दौरान हुआ फरार
मिली जानकारी के मुताबिक, यह पूरा मामला अतरौली थाना क्षेत्र के ढिकुन्नी गांव का है, जहां की पुलिस ने 12 अगस्त 2025 को आरिफ पुत्र रईस को गिरफ्तार किया था। उसके पास से 315 बोर का एक अवैध तमंचा और 5 जिंदा कारतूस बरामद हुए थे। पुलिस ने आर्म्स एक्ट में मुकदमा दर्ज किया और अगले दिन यानी 13 अगस्त को उसे रिमांड के लिए एसीजेएम द्वितीय की अदालत में पेश करने लाया गया। लेकिन पेशी के दौरान ही आरिफ ने मौका पाकर पुलिसकर्मियों को चकमा दिया और वहां से भाग निकला। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, वह अदालत भवन के एक किनारे से निकलकर भीड़ में घुलमिल गया और फिर आंखों से ओझल हो गया।
संभावित ठिकानो पर दबिश दे रही पुलिस
वहीं घटना की जानकारी मिलते ही सीओ सिटी अंकित मिश्रा, थाना पुलिस और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए। चारों ओर नाकाबंदी कर दी गई और आसपास के सभी थानों को अलर्ट कर दिया गया। सर्च ऑपरेशन देर रात तक चला, मगर आरोपी गिरफ्त से बाहर रहा। पुलिस को शक है कि आरिफ अपने परिचितों या रिश्तेदारों के घर में छिपा हो सकता है, इसलिए संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है और ग्रामीण इलाकों में भी उसकी तलाश की जा रही है। रेलवे स्टेशन और बस अड्डों पर चेकिंग बढ़ा दी गई है, साथ ही जिले से बाहर भी टीमें भेजी जा सकती हैं।
तीन पुलिसकर्मी निलंबित
वहीं इस घटना के बाद पुलिस अधीक्षक ने तुरंत जांच के आदेश दिए। प्रारंभिक जांच में पेशी के दौरान आरोपी पर निगरानी रखने में गंभीर लापरवाही सामने आई। जिसके बाद उपनिरीक्षक मोहित कुमार, हेड कांस्टेबल सुबोध कुमार और कांस्टेबल सौरभ शर्मा को निलंबित कर दिया गया। एसपी कार्यालय से जारी आदेश में साफ कहा गया कि यह घटना पुलिस की चौकसी और कार्यकुशलता पर गंभीर सवाल उठाती है, इसलिए इसमें शामिल जिम्मेदार पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कोर्ट की सुरक्षा बढ़ाने की उठी मांग
वहीं स्थानीय अधिवक्ता संघ ने भी इस घटना को गंभीर मानते हुए कोर्ट परिसर की सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है। उनका कहना है कि यहां सीसीटीवी कैमरे, मेटल डिटेक्टर और पर्याप्त पुलिस बल की मौजूदगी जरूरी है, ताकि कोई भी आरोपी इस तरह से भाग न सके। आपको बताते चलें कि आरिफ के खिलाफ पहले से भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं और पुलिस अब यह भी जांच रही है कि क्या इस बार की उसकी गिरफ्तारी के पीछे किसी बड़े नेटवर्क का हाथ था। फिलहाल जिले भर में उसकी तलाश जारी है और अधिकारियों का दावा है कि उसे जल्द पकड़कर भागने की पूरी साजिश का खुलासा किया जाएगा।