नक्सली हमलों से कई बार देश को दहला चुका है डाक्टर...
ATS ने सोनभद्र से दबोचा पांच लाख का इनामी
1 months ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले के विंडमगंज क्षेत्र में आतंकवाद निरोधक दस्ते (ATS) ने नक्सलवाद के खिलाफ बड़ी सफलता हांसिल की है। झारखंड के कुख्यात नक्सली उमेश खेरवार उर्फ डॉक्टर को गिरफ्तार किया गया, जिस पर झारखंड सरकार ने 5 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। डॉक्टर को नक्सली कार्रवाइयों में एक प्रमुख लक्ष्य माना जा रहा था और उसकी गिरफ्तारी सुरक्षा बलों के लिए अहम सफलता के रूप में देखी जा रही है।
गुप्त सूचना के आधार पर ऑपरेशन
दरअसल ATS को गुप्त सूत्रों से सूचना मिली थी कि उमेश खेरवार विंडमगंज क्षेत्र में छिपा हुआ है और उसके पास AK-47 जैसे हथियार हैं। इस सूचना के आधार पर ATS ने विशेष अभियान चलाया और रणनीति के तहत उसे धर दबोचा। गिरफ्तारी के समय उसके पास से हथियार और आपत्तिजनक सामग्री भी बरामद हुई, जिसकी जांच जारी है। डॉक्टर पर झारखंड के पलामू, गढ़वा और लातेहार जिलों में दो दर्जन से अधिक नक्सली हमलों में शामिल होने का आरोप है। वह नक्सली संगठन का सक्रिय सदस्य है और कई हाई-प्रोफाइल नक्सली घटनाओं में उसका नाम सामने आया है। विशेष रूप से, 3 सितंबर 2025 को पलामू के मनातू थाना क्षेत्र में पुलिस के साथ मुठभेड़ में दो जवानों की शहादत की घटना में डॉक्टर का नाम जुड़ा है।
पूछताछ में जुटीं खुफिया एजेंसियां
गिरफ्तारी के बाद ATS ने झारखंड के पलामू जिले की पुलिस को सूचित किया और डॉक्टर के नक्सली नेटवर्क की जानकारी जुटाई जा रही है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) समेत अन्य खुफिया एजेंसियां भी उससे पूछताछ में जुटी हैं। सूत्रों के अनुसार, उससे हथियार आपूर्ति, नक्सली ठिकानों और भविष्य की योजनाओं की महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करने की कोशिश की जा रही है। उमेश खेरवार की गिरफ्तारी नक्सलवाद के खिलाफ चल रही लड़ाई में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है। सीमावर्ती क्षेत्रों में लंबे समय से नक्सली गतिविधियां चुनौती बनी हुई थीं। डॉक्टर जैसे कुख्यात नक्सलियों की गिरफ्तारी से नक्सली नेटवर्क कमजोर होगा और सुरक्षा बलों को उनके संचालन के तरीकों को समझने में मदद मिलेगी।
पुलिस का बयान
वहीं इस बारे में जानकारी देते हुए ATS के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि डॉक्टर की गिरफ्तारी लंबे समय से निगरानी के बाद की गई थी। उन्होंने कहा, "यह एक सुनियोजित ऑपरेशन था। हमारी टीम ने बिना किसी नुकसान के इस खूंखार नक्सली को पकड़ लिया। हम उससे पूछताछ कर रहे हैं और जल्द ही नक्सली संगठन के अन्य सदस्यों तक पहुंचने की उम्मीद है।" डॉक्टर को फिलहाल एक अज्ञात स्थान पर रखा गया है और उससे पूछताछ जारी है। सुरक्षा बल उसके नक्सली सहयोगियों की तलाश में छापेमारी तेज कर रहे हैं। इसके साथ ही झारखंड और उत्तर प्रदेश पुलिस के बीच समन्वय बनाकर नक्सलवाद के खिलाफ संयुक्त अभियान चलाने की योजना बनाई जा रही है।
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