शादी के बाद भी इश्क लड़ा रही थी विवाहिता…ससुराल में प्रेमी संग हुई धप्पा,
मायके और ससुराल वालों ने रखने से किया इंकार…प्रेमी से कराया विवाह
5 days ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां मनियर थाना क्षेत्र के एक गांव में नवविवाहिता को ससुराल में उसके प्रेमी के साथ पकड़ लिया गया। इसके बाद गांव में बुलाई गई पंचायत ने ऐसा फैसला सुनाया, जिसकी चर्चा पूरे क्षेत्र में हो रही है। ससुराल और मायके, दोनों ही पक्षों ने नवविवाहिता को रखने से इनकार कर दिया, जिसके बाद पंचायत ने उसे प्रेमी के साथ भेजने का निर्णय लिया।
प्रेमी के साथ पकड़ी गई नवविवाहिता
घटना तब सामने आई जब नवविवाहिता अपने प्रेमी के साथ ससुराल में पकड़ी गई। ससुरालवालों ने मामले को दबाने के बजाय मायकेवालों और प्रेमी के परिजनों को बुलाकर पंचायत बैठा दी। पंचायत में गांव के प्रधान और अन्य गण्यमान्य लोग भी मौजूद रहे। पूछताछ में पूरा मामला स्पष्ट हो गया, जिसके बाद विवाद को सुलझाने के लिए सभी पक्षों की राय ली गई।
पति और ससुराल ने किया इनकार
पंचायत के दौरान पति और ससुराल पक्ष ने साफ शब्दों में नवविवाहिता को रखने से इनकार कर दिया। उनका कहना था कि अब वे उसे अपने घर में नहीं रख सकते। इस पर मायकेवालों से भी बेटी को ले जाने की बात कही गई, लेकिन मायकेवालों ने भी सामाजिक शर्मिंदगी का हवाला देते हुए उसे घर ले जाने से मना कर दिया।
पंचायत ने सुनाया अनोखा फैसला
स्थिति बिगड़ने पर पंचायत ने फैसला सुनाया कि नवविवाहिता अपने प्रेमी के साथ ही रहेगी। दोनों भी इस फैसले के लिए तैयार हो गए। प्रेमी के परिजनों ने भी उसे सहर्ष अपनाने की सहमति जताई। पंचायत के आदेश के बाद प्रधान और ग्रामीणों की मौजूदगी में कागज पर फैसला दर्ज किया गया और नवविवाहिता को उसके प्रेमी के घर भेज दिया गया।
पुलिस को नहीं मिली शिकायत
वहीं थाना प्रभारी (एसएचओ) कौशल पाठक ने बताया कि पंचायत के फैसले की जानकारी उन्हें है, लेकिन चूंकि यह मामला आपसी सहमति से सुलझा लिया गया है और किसी भी पक्ष ने शिकायत नहीं की है, इसलिए पुलिस ने कोई केस दर्ज नहीं किया है।
क्षेत्र में चर्चा का विषय बना फैसला
वहीं गांव की इस अनोखी पंचायत के फैसले ने क्षेत्र में चर्चा का माहौल गर्म कर दिया है। लोग इसे एक असामान्य घटना बता रहे हैं, क्योंकि आमतौर पर ऐसे मामलों में विवाद लंबे समय तक खिंचते हैं, लेकिन यहां पंचायत ने सभी पक्षों की सहमति से कुछ ही घंटों में निर्णय कर दिया।