पैसा दोगुना करने और डॉलर में निवेश के बहाने करते थे लोगों से ठगी,
STF ने दो आरोपियों को दबोचा
1 days ago
Written By: संदीप शुक्ला
उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। फर्जी कंपनियां बनाकर अधिक मुनाफे और डॉलर में निवेश के प्रलोभन देकर हजारों लोगों से ठगी करने वाले गिरोह के सरगना समेत दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों के पास से 2 लाख रुपये नकद, एक कार, कई मोबाइल फोन और अहम दस्तावेज बरामद हुए हैं।
STF ने सहारनपुर से दबोचे ठग
एसटीएफ ने सरगना शक्ति सिंह निवासी मेरठ और उसके सहयोगी मंजीत गौर निवासी बुलंदशहर को दिल्ली-सहारनपुर रोड, छिदवना मोड़, थाना क्षेत्र सदरबाजार, जिला सहारनपुर से गिरफ्तार किया। दोनों आरोपी लंबे समय से फर्जी कंपनियों के जरिए निवेश का लालच देकर लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी कर रहे थे।
डॉलर में निवेश और पोंजी स्कीम का खेल
पूछताछ में आरोपियों ने चौंकाने वाले खुलासे किए। उन्होंने बताया कि वे मेरठ और आसपास के जिलों के साथ-साथ सीमावर्ती राज्यों में भी सक्रिय थे। आरोपी धन दोगुना करने और डॉलर में निवेश कराने के नाम पर लोगों को झांसा देकर अपनी फर्जी कंपनियों में पैसा निवेश कराते थे। इनके द्वारा अलग-अलग समय पर चार फर्जी कंपनियां बनाई गईं, S.B. Lifeaid Retail Private Limited, E.N.Z.O. Globel, Tradyx.Pro, Winner Vision Globel, इन कंपनियों के जरिए अब तक 5,000 से ज्यादा लोगों की आईडी बनाकर करोड़ों की ठगी की गई है।
एजेंट बनाकर जाल फैलाया
एसटीएफ की जांच में सामने आया कि गिरोह ने एजेंटों का नेटवर्क तैयार किया था। इन एजेंटों को अधिक कमीशन का लालच देकर लोगों को निवेश कराने के लिए लगाया जाता था। इस ठगी में अनिल निवासी इदरीशपुर थाना दोघट, राजकुमार निवासी मेरठ और मंजीत गौर निवासी मेरठ प्रमुख सहयोगी के रूप में शामिल थे।
STF की पड़ताल में बड़ा फर्जीवाड़ा
एसटीएफ का मानना है कि इस गिरोह ने केवल उत्तर प्रदेश ही नहीं, बल्कि दिल्ली, हरियाणा और उत्तराखंड में भी ठगी का जाल फैला रखा था। बरामद दस्तावेजों और डिजिटल डेटा की जांच की जा रही है, जिससे पूरे नेटवर्क के खुलासे की संभावना है।