गोरखपुर की फैक्ट्री में ऐसा क्या हुआ कि बिगड़ गई आधा दर्जन बच्चों की तबीयत…
प्रशासन ने फैक्ट्री संचालन पर लगाई अस्थाई रोक…
1 months ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
गोरखपुर के चौरीचौरा इलाके में सोमवार को बड़ा हादसा होते-होते टल गया। यहां एशियन फर्टिलाइजर लिमिटेड फैक्ट्री से गैस रिसाव होने पर स्कूल से घर लौट रहे दर्जन भर बच्चों की अचानक तबीयत बिगड़ गई। बच्चों को उल्टी और चक्कर आने की शिकायत हुई, जिसके बाद आनन-फानन में उन्हें सरदारनगर स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। वहां प्राथमिक इलाज के बाद सभी को घर भेज दिया गया। घटना के बाद प्रशासन ने फैक्ट्री का संचालन फिलहाल रोक दिया है।
कैसे हुआ हादसा
मिली जानकारी के मुताबिक, यहां दोपहर करीब ढाई बजे के आसपास चौरीचौरा क्षेत्र के देवकहिया गांव में बच्चे स्कूल से छुट्टी के बाद घर लौट रहे थे। जैसे ही वे एशियन फर्टिलाइजर फैक्ट्री के पास पहुंचे, अचानक प्लांट से गैस लीक होने लगी। गैस के संपर्क में आते ही बच्चों को उल्टी-दस्त और गले में परेशानी होने लगी। गांव के प्रधान मैनेजर शर्मा और ग्रामीणों की मदद से सभी बच्चों को अस्पताल पहुंचाया गया।
प्रशासन की कार्रवाई और गांव में आक्रोश
वहीं गैस रिसाव की जानकारी मिलते ही एसडीएम कुंवर सचिन सिंह पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और फैक्ट्री को अस्थायी रूप से बंद करा दिया। वहीं दूसरी ओर ग्रामीणों का गुस्सा भड़क उठा। उन्होंने फैक्ट्री गेट पर विरोध प्रदर्शन किया और कहा कि सुरक्षा मानकों की अनदेखी लंबे समय से की जा रही है। ग्रामीणों का आरोप है कि फैक्ट्री पिछले तीन दशक से खराब हालात में चल रही है और इससे पहले भी कई बार गैस लीक की घटनाएं हो चुकी हैं।
ग्रामीणों के आरोप और पुराना विवाद
वहीं गांव वालों का कहना है कि फैक्ट्री के पास रहने से गंभीर बीमारियों का खतरा हमेशा बना रहता है। उन्होंने बताया कि 16 अगस्त 2024 को भी सल्फ्यूरिक एसिड टैंकर से गैस लीक हुई थी, तब भी लोगों की तबीयत बिगड़ी थी और ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया था। बावजूद इसके प्रशासन और प्रदूषण नियंत्रण विभाग ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
डॉक्टर की राय
सरदारनगर पीएचसी में तैनात चिकित्साधिकारी डॉ. हरिओम पांडेय ने बताया कि इस बार गैस रिसाव की सूचना पर टीम मौके पर पहुंची और 7–8 बच्चों को उल्टी और गले में खराश की शिकायत के चलते इलाज दिया गया। प्राथमिक उपचार के बाद सभी को घर भेज दिया गया। डॉक्टर के मुताबिक इस तरह की गैस से आमतौर पर खांसी, उल्टी, आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
प्रभावित बच्चे
आपको बता दें कि, गैस के असर से कक्षा 2 से लेकर 8 तक पढ़ने वाले बच्चे जैसे अरना, अंश कुमार, शन्नी, गणेश, आर्यन, सिद्धार्थ, निहाल शर्मा, रितिक और लवी समेत करीब दर्जनभर बच्चों की तबीयत बिगड़ी थी। हालांकि फिलहाल सभी सुरक्षित बताए जा रहे हैं। वहीं इस पूरे घटनाक्रम ने एक बार फिर से ग्रामीणों की चिंता बढ़ा दी है। उनका कहना है कि जब तक फैक्ट्री को घनी आबादी के बीच से हटाया नहीं जाएगा, तब तक ऐसे हादसे बार-बार होते रहेंगे।