जहां कभी था माफिया का कब्ज़ा, वहां सरकार ने गरीबों के लिये बना दिए 72 अशियानें,
जानें कैसे होगा आवंटन और क्या है रेट..
7 days ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार एक बार फिर सुर्खियों में है। अपराधियों और माफियाओं की अवैध संपत्तियों पर बुलडोजर चलाकर उन्हें ध्वस्त करने के बाद अब सरकार उस जमीन का उपयोग गरीबों के लिए आशियाने तैयार करने में कर रही है। इसी क्रम में राजधानी लखनऊ के पॉश इलाके डालीबाग में माफिया मुख्तार अंसारी के कब्जे से मुक्त कराई गई जमीन पर तैयार 72 फ्लैट अब जल्द ही आम जनता को उपलब्ध होंगे। इन फ्लैटों की बुकिंग की प्रक्रिया शुरू होने वाली है, जिससे उन परिवारों के सपनों को साकार करने का मौका मिलेगा जो लंबे समय से अपने घर का इंतजार कर रहे थे।
72 फ्लैटों की नई हाउसिंग योजना
राजधानी लखनऊ के प्राइम लोकेशन डालीबाग में एलडीए द्वारा तैयार किए गए इस हाउसिंग प्रोजेक्ट में कुल 72 फ्लैट बनाए जा रहे हैं। इनमें से 56 फ्लैट पूरी तरह से तैयार हो चुके हैं, जबकि बाकी फ्लैटों पर अंतिम चरण का काम चल रहा है। उम्मीद जताई जा रही है कि जब तक रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू होगी, सभी फ्लैट पूरी तरह से बनकर तैयार हो जाएंगे। लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) के अपर सचिव ज्ञानेंद्र वर्मा ने जानकारी दी है कि अगले 15 दिनों के भीतर पंजीकरण प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। यदि किसी कारणवश देरी होती है, तो योजना को दशहरा या दीपावली तक जरूर शुरू कर दिया जाएगा।
फ्लैट की कीमत और सुविधाएं
डालीबाग में बनने वाले ये फ्लैट गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों के बजट को ध्यान में रखते हुए तैयार किए गए हैं। प्रत्येक फ्लैट का एरिया 35 वर्ग मीटर होगा और इनकी कीमत 9 लाख से साढ़े 9 लाख रुपये तक तय की गई है। ये जी प्लस थ्री यानि चार मंजिला इमारत होगी, जिसमें दो कमरे, एक बालकनी, अलग लिविंग एरिया और संलग्न लैट्रीन-बाथरूम की सुविधा उपलब्ध होगी। दो ब्लॉकों में विभाजित इस प्रोजेक्ट में रहने वालों को न सिर्फ आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी बल्कि राजधानी के हृदय स्थल पर घर पाने का भी अवसर मिलेगा।
बुकिंग और आवंटन की प्रक्रिया
फ्लैटों की बुकिंग के लिए जल्द ही ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया शुरू की जाएगी। एलडीए की योजना के अनुसार, पंजीकरण पूरा होने के बाद फ्लैटों का आवंटन पूरी तरह पारदर्शी लॉटरी प्रणाली के तहत किया जाएगा। इसके लिए रेरा से पंजीकरण की प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है और जैसे ही इसकी औपचारिक अनुमति मिलती है, रजिस्ट्रेशन खोल दिए जाएंगे। जिन परिवारों को अपने घर का सपना पूरा करने की उम्मीद है, उनके लिए यह एक सुनहरा अवसर साबित होने वाला है।
बेहतर लोकेशन और कनेक्टिविटी
डालीबाग में बनने वाले इन फ्लैटों की लोकेशन इसकी सबसे बड़ी खासियत है। प्रोजेक्ट की स्थिति हैदर कैनाल बंधे के पास है, जहां 20 मीटर चौड़ी नई सड़क बनने के बाद पहुंचना और भी आसान हो गया है। यहां तक दो मुख्य रास्तों, मेन डालीबाग रोड और बंधा रोड से सीधा पहुंचा जा सकता है। इसके अलावा 1090 चौराहे और डीजीपी ऑफिस की ओर से भी बेहतरीन कनेक्टिविटी उपलब्ध है। हैदर कैनाल पर एसटीपी (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट) बनने के बाद इलाके में गंदगी की समस्या भी समाप्त हो चुकी है, जिससे यहां का वातावरण और स्वच्छ हो गया है।
माफिया की जमीन से जनता के सपनों तक
योगी सरकार ने साफ संदेश दिया है कि अपराधियों और माफियाओं की अवैध संपत्तियों पर किसी भी तरह की ढिलाई नहीं बरती जाएगी। डालीबाग में तैयार यह हाउसिंग प्रोजेक्ट इसी संकल्प का उदाहरण है। जिस जमीन पर कभी माफिया मुख्तार अंसारी का कब्जा था, वहीं आज आम लोगों के सपनों के घर बनकर तैयार हैं। सरकार का यह प्रयास न केवल गरीबों और जरूरतमंदों को सस्ती दरों पर मकान मुहैया कराएगा, बल्कि यह भी साबित करेगा कि अपराध की कमाई से जुटाई गई संपत्तियों का इस्तेमाल अब जनता की भलाई में होगा।