महिला जिला अस्पाल बना डॉक्टरों की रणभूमि,
CM और डॉक्टर की बीच जमकर चले लात-घूंसे
1 months ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के प्रशासनिक दावों के बीच बस्ती जिला महिला अस्पताल में शुक्रवार को हुई शर्मनाक घटना ने पूरे सिस्टम की पोल खोल दी। जिस अस्पताल में मरीजों को जीवन देने का दावा किया जाता है, वहीं चिकित्सकों के आपसी विवाद ने अस्पताल की गरिमा को तार-तार कर दिया। मामला सिर्फ कहासुनी तक सीमित नहीं रहा, बल्कि हाथापाई तक पहुंच गया, जिसके बाद अस्पताल का माहौल रणभूमि में तब्दील हो गया।
सुबह से तनाव, मरीजों में दहशत
मिली जानकारी एक मुताबिक, शुक्रवार सुबह अस्पताल का गलियारा रोज की तरह मरीजों और उनके परिजनों से भरा था, लेकिन माहौल सामान्य नहीं था। मरीजों के चेहरों पर इलाज की उम्मीद की जगह डर और असमंजस साफ नजर आ रहा था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, विवाद की शुरुआत अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) डॉ. अनिल कुमार और चिकित्सक डॉ. तैय्यब अंसारी के बीच किसी मुद्दे पर बहस से हुई। बहस धीरे-धीरे इतनी बढ़ी कि आरोप है, सीएमएस ने डॉ. तैय्यब अंसारी पर हाथ उठा दिया।
डॉ. तैय्यब की शिकायत, अफरा-तफरी का माहौल
हाथापाई की घटना के बाद डॉ. तैय्यब अंसारी तुरंत कोतवाली पहुंचे और सीएमएस के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराई। घटना की जानकारी मिलते ही अस्पताल परिसर में अफरा-तफरी मच गई। मरीजों और उनके परिजनों में डर का माहौल फैल गया। सूचना मिलते ही जिला प्रशासन हरकत में आ गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. राजीव रंजन और अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (एसीएमओ) डॉ. एस.बी. सिंह मौके पर पहुंचे। इसके बाद डीएम के निर्देश पर एडीएम प्रीतपाल सिंह भी महिला अस्पताल पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कोतवाल को बुलाया।
अधिकारियों की मौजूदगी में घंटों चली वार्ता
पुलिस की मौजूदगी में दोनों डॉक्टरों को अस्पताल के एक बंद कमरे में बुलाकर अधिकारियों ने घंटों तक बातचीत की, लेकिन शुरुआती दौर में कोई ठोस समाधान नहीं निकल सका। डॉ. तैय्यब अंसारी ने आरोप लगाया कि सीएमएस ने न केवल उन पर हाथ उठाया बल्कि उन्हें अपमानित भी किया। उन्होंने यहां तक कहा कि अब वे महिला अस्पताल में नौकरी नहीं करेंगे क्योंकि सीएमएस का व्यवहार असहनीय है। दूसरी ओर, सीएमएस डॉ. अनिल कुमार की तरफ से फिलहाल कोई औपचारिक बयान सामने नहीं आया है। अधिकारियों ने भी पूरे मामले में चुप्पी साध रखी है।
सीसीटीवी फुटेज से साफ हुई तस्वीर
इस विवाद पर अपर जिला अधिकारी (एडीएम) प्रीतपाल सिंह चौहान ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई है। फुटेज में सीएमएस और डॉ. तैय्यब के बीच विवाद की पुष्टि हुई है। हालांकि, उन्होंने कहा कि अब दोनों डॉक्टरों के बीच आपसी मतभेद खत्म करा दिए गए हैं।
डॉ. तैय्यब को जिला अस्पताल अटैच करने की तैयारी
अधिकारियों की मध्यस्थता के बाद विवाद का निस्तारण कर दिया गया है। फिलहाल, प्रशासन डॉ. तैय्यब अंसारी को जिला अस्पताल में अटैच करने की तैयारी कर रहा है ताकि अस्पताल की कार्यप्रणाली सामान्य बनी रहे और मरीजों की सेवाएं प्रभावित न हों।