कंगना रनौत पर चलेगा राष्ट्रद्रोह और किसानों के अपमान का केस,
आगरा कोर्ट ने रिवीजन याचिका की मंजूरी दी
1 months ago
Written By: अनिकेत प्रजापति
आगरा में हिमाचल प्रदेश की मंडी से भाजपा सांसद और अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ राष्ट्रद्रोह और किसानों के अपमान के मामले में मुकदमा चलेगा। बुधवार को जिला अदालत ने इस मामले में दायर रिवीजन याचिका को स्वीकार कर लिया। अब जिस निचली अदालत ने पहले केस को खारिज किया था, उसी कोर्ट में इस मामले की सुनवाई दोबारा होगी। यह मामला कंगना के एक पुराने बयान से जुड़ा है, जिसमें उन्होंने किसान आंदोलन को लेकर विवादित टिप्पणी की थी।
किसानों पर बयान से शुरू हुआ विवाद
11 सितंबर 2024 को आगरा के वकील रमाशंकर शर्मा ने अदालत में कंगना रनौत के खिलाफ राष्ट्रद्रोह का केस दर्ज करने की याचिका दायर की थी। उनका आरोप है कि 26 अगस्त 2024 को दिए एक इंटरव्यू में कंगना ने किसानों के बारे में अपमानजनक बातें कही थीं, जिससे लाखों किसानों की भावनाएं आहत हुईं। शर्मा के अनुसार, कंगना ने कहा था कि किसान आंदोलन के दौरान रेप और मर्डर की घटनाएं हुईं, और अगर बिल वापस न होते तो हालात और बिगड़ सकते थे।
कोर्ट में दोनों पक्षों की बहस
स्पेशल जज MP-MLA लोकेश कुमार की अदालत में इस मामले की सुनवाई हुई। वादी पक्ष की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता सुखबीर सिंह चौहान और अन्य वकील मौजूद थे, जबकि कंगना की तरफ से उनकी सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता अनुसूया चौधरी और सहयोगी अधिवक्ता पेश हुईं। कोर्ट ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद फैसला सुरक्षित रखा था, जिसे अब सुनाते हुए रिवीजन को मंजूर कर लिया गया है।
अब तक कोर्ट में पेश नहीं हुईं कंगना
कंगना रनोट इस मामले में अभी तक कोर्ट में पेश नहीं हुई हैं, जबकि छह समन जारी हो चुके हैं। अब कोर्ट ने मामले की सुनवाई दोबारा शुरू करने का आदेश दिया है।
किसानों और गांधी पर भी दिए विवादित बयान
कंगना इससे पहले भी किसान आंदोलन और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को लेकर विवादों में रह चुकी हैं। उन्होंने एक बयान में कहा था कि “1947 में जो आजादी मिली, वह भीख के कटोरे में मिली थी, असली आजादी 2014 में मोदी सरकार आने के बाद मिली।” कंगना ने आंदोलनकारी किसानों की तुलना खालिस्तानी आतंकियों से की थी और कहा था कि इंदिरा गांधी ने ऐसे लोगों को “जूती के नीचे कुचल दिया था।”
थप्पड़ कांड भी जुड़ा किसान आंदोलन से
2024 में चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर CISF की महिला कॉन्स्टेबल कुलविंदर कौर ने कंगना को थप्पड़ मार दिया था। बाद में सामने आया कि कुलविंदर की मां किसान आंदोलन में शामिल थीं और कंगना के विवादित बयान से वह आहत थीं।