आगरा में भ्रष्टाचार पर सख्त एक्शन, तीन पुलिसकर्मी सस्पेंड,
नौ पर विभागीय जांच शुरू
1 months ago Written By: ANIKET PRAJAPATI
आगरा पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार ने एक बार फिर भ्रष्टाचार के मामलों पर कड़ा कदम उठाया है। रिश्वत और पैसों की मांग जैसी शिकायतों पर कार्रवाई करते हुए तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है, जबकि नौ अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय जांच शुरू की गई है। यह कार्रवाई पुलिस विभाग की छवि सुधारने और भ्रष्टाचार पर रोक लगाने के उद्देश्य से की गई है।
तीन पुलिसकर्मी सस्पेंड, रिश्वत और वसूली के आरोप पुलिस कमिश्नर के आदेश पर सबसे पहले तीन आरक्षियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। एसीपी कोतवाली कार्यालय में तैनात आरक्षी कौशल को पैसों की मांग के आरोप में सस्पेंड किया गया है। उसी कार्यालय के आरक्षी विश्वनाथ को रिश्वत लेने के आरोप में निलंबित किया गया है। वहीं, आरक्षी प्रतीक कुमार, जो थाना लोहामंडी में तैनात थे, उन पर गैंगस्टर एक्ट के नाम पर वसूली करने का आरोप लगा, जिसके बाद उन्हें भी निलंबित कर दिया गया।
नौ पुलिसकर्मी जांच के घेरे में इसी मामले में नौ पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश जारी हुए हैं। इनमें थाना किरावली के उपनिरीक्षक धर्मवीर पर रुपयों की मांग का आरोप है। थाना एत्मादपुर के उपनिरीक्षक अंकित चौहान और दीपिका पर विवेचना और जांच के दौरान वसूली करने का आरोप लगा है। चौकी छलेसर में तैनात उपनिरीक्षक कपिल कुमार, आरक्षी गुरु चंदेल और आरक्षी देवेश कुमार पर जुआरियों से पैसे लेने के आरोप लगे हैं। इसके अलावा, आरक्षी सतेंद्र चौधरी और आरक्षी अरविंद कुमार पर जमानत के नाम पर पैसे वसूलने के आरोप हैं। थाना सिकंदरा के आरक्षी अभिषेक पर पासपोर्ट सत्यापन के नाम पर पैसे मांगने का आरोप लगा है।
शिकायत के लिए जारी किया गया हेल्पलाइन नंबर पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार ने कहा है कि कोई भी व्यक्ति अगर किसी पुलिसकर्मी को रिश्वत मांगते या भ्रष्टाचार में लिप्त देखता है, तो वह सीधे हेल्पलाइन नंबर 7839860813 पर शिकायत दर्ज करा सकता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि शिकायत केवल आगरा पुलिस कमिश्नरेट से संबंधित होनी चाहिए और शिकायतकर्ता की पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाएगी। कमिश्नर ने यह भी कहा कि पुलिस विभाग में पारदर्शिता और ईमानदारी बनाए रखना सर्वोच्च प्राथमिकता है, और किसी भी स्तर पर भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।