अंबेडकरनगर में बेटे ने पिता-चाचा पर बरसाई गोलियां,
तीन दिन बाद आरोपी हुआ गिरफ्तार
1 months ago Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां एक युवक ने मामूली विवाद के बाद अपने पिता और चाचा पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं, जिससे दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। यह वारदात 2 से 3 नवंबर की आधी रात को राजे सुल्तानपुर थाना क्षेत्र में हुई थी। घटना के बाद आरोपी युवक मौके से फरार हो गया था, लेकिन पुलिस ने लगातार सर्च ऑपरेशन चलाते हुए उसे तीन दिन बाद गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है और वारदात में इस्तेमाल असलहे की तलाश जारी है।
पिता और चाचा पर की फायरिंग, दोनों घायल यह घटना अंबेडकरनगर के राजे सुल्तानपुर थाना क्षेत्र के जगदीशपुर कादीपुर गांव की है। आरोपी प्रिंस मौर्य ने अपने पिता रामनरायन मौर्य और चाचा ओमनरायन पर गोलियां चला दीं। फायरिंग के बाद आरोपी फरार हो गया। गांव वालों ने बताया कि किसी घरेलू विवाद को लेकर आरोपी अपने पिता और चाचा से नाराज था। अचानक गुस्से में उसने गोली चला दी, जिससे दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए।
आधी रात में गूंजी गोलियों की आवाज वारदात के वक्त रात करीब 2 बजे गोलियों की आवाज सुनकर गांव के लोग मौके पर पहुंचे तो उन्होंने दोनों घायलों को बरामदे में खून से लथपथ हालत में पाया। दोनों भाइयों को कुल सात गोलियां लगी थीं एक को पांच और दूसरे को दो। ग्रामीणों की मदद से दोनों को पहले स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहां से हालत नाजुक होने पर लखनऊ रेफर कर दिया गया। फिलहाल दोनों का इलाज जारी है।
पुलिस ने तीन दिन बाद दबोचा आरोपी पुलिस अधीक्षक अभिजीत आर. शंकर के निर्देश पर आरोपी की तलाश के लिए विशेष टीम गठित की गई। अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी श्याम देव और क्षेत्राधिकारी आलापुर के मार्गदर्शन में थानाध्यक्ष अक्षय कुमार पटेल की टीम ने आरोपी प्रिंस मौर्य को समडीह गांव से गिरफ्तार किया। आरोपी के पास से एक मोटरसाइकिल (UP 45AR 0884) भी बरामद की गई है।
हथियार की तलाश और आगे की जांच जारी पुलिस ने बताया कि अभी तक वारदात में इस्तेमाल असलहा बरामद नहीं हुआ है, जिसकी तलाश जारी है। आरोपी के खिलाफ मुकदमा अपराध संख्या 232/25 धारा 109(1) बीएनएस में दर्ज किया गया है। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि वारदात के पीछे पारिवारिक विवाद के अलावा कोई और वजह तो नहीं थी।