CO चौधरी के तबादले के बाद अमिताभ ठाकुर का बड़ा खुलासा बाकी,
5 मई को सबूत देने का ऐलान
1 months ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
CO Anuj Chaudhary Transfer: होली और जुमा के बयान पर उपजे विवाद और शिकायतों के दौर के बीच संभल के CO अनुज चौधरी का प्रशासन ने आज तबादला कर दिया है। यहां उन्हें संभल के ही चंदौसी सर्कल में नई जिम्मेदारी सौंपी गई है। हालांकि, पुलिस विभाग की ओर से इस तबादले की औपचारिक वजह नहीं बताई गई है, लेकिन इसे उनके बयान से उपजे विवाद से ही जोड़ा जा रहा है। इसी बीच इस मामले में आज़ाद अधिकार सेना के प्रमुख और पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने मामले में कार्रवाई के लिए 5 मई को सबूत के साथ संभल जाने का ऐलान किया है।
तबादला प्रशासनिक प्रक्रिया
यूपी न्यूज़ से खास बातचीत में पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने सीओ चौधरी के तबादले को प्रशासनिक प्रक्रिया करार दिया है। उन्होंने मामले की जांच कर ठोस कार्रवाई की मांग की है। बातचीत में अमिताभ ठाकुर ने बताया कि “सीओ चौधरी का तबादला प्रशासन का अधिकार है। मैंने शिकायत की है। लेकिन इस ट्रांसफर को मैं प्रशासनिक प्रक्रिया मानता हूँ। मेरी यह मांग है कि जो मैंने शिकायत की है, उसकी निष्पक्ष जांच हो और अगर वो उसमें दोषी पाए जाएं तो उनके खिलाफ ठोस कार्रवाई की जाए।”
5 मई को संभल जाने का ऐलान
वहीं, उन्होंने सीओ चौधरी के खिलाफ सबूत के साथ 5 मई को संभल जाने का ऐलान किया है। मामले में अपनी शिकायत के बाद सरकार द्वारा सबूत देने के लिए दिए गए समय को लेकर अमिताभ ठाकुर ने बताया कि “मामले में सबूत जुटाने के लिए समय दिया गया था। वो प्रक्रिया चल रही है। मैं पांच तारीख को संभल जाकर अपने सबूत दूंगा।” उन्होंने मांग की है कि मामले को गंभीरता से लेते हुए इसकी निष्पक्ष जांच की जाए और जांच में दोषी पाए जाने पर उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाए।
अनुज चौधरी को मिल चुकी थी क्लीन चिट
दरअसल, एसपी लॉ एंड ऑर्डर मनोज कुमार अवस्थी ने संभल के एएसपी उत्तरी श्रीशचंद्र के साथ मिलकर मामले की जांच की थी, जिसमें अनुज चौधरी के बयान को आपत्तिजनक नहीं बताया गया था। जिसके बाद 17 अप्रैल को एएसपी श्रीशचंद्र ने सीओ को क्लीन चिट देते हुए रिपोर्ट में लिखा था कि जुमा अलविदा, होली और ईद के त्योहार शांतिपूर्वक सम्पन्न हुए और आरोपों के समर्थन में कोई ठोस सबूत नहीं मिले।
अमिताभ ठाकुर ने उठाए थे क्लीन चिट पर सवाल
जिसके बाद पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने इस बयान को सेवा आचरण नियमावली का उल्लंघन बताते हुए 9 अप्रैल को IGRS पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने डीजीपी को पत्र भेजकर कहा कि मुख्य सचिव के आदेश के अनुसार किसी भी जांच में शिकायतकर्ता का बयान लिया जाना जरूरी होता है, लेकिन इस मामले में उन्हें अपनी बात कहने का अवसर ही नहीं दिया गया। जिसके बाद सीओ चौधरी को दी गई क्लीन चिट रद्द कर दी गई थी और अमिताभ ठाकुर को तीन दिन में अपने लगाए गए आरोपों के समर्थन में साक्ष्य प्रस्तुत करने को कहा गया था।
क्या था CO चौधरी का विवादित बयान?
दरअसल, सीओ अनुज चौधरी ने कहा था - "साल में जुमा 52 बार आता है और होली एक बार। रंगों से किसी को परहेज है तो वह घर से न निकले।" इस बयान को लेकर सोशल मीडिया और विभिन्न वर्गों में तीखी प्रतिक्रिया हुई थी।