ला इलाहा इल्लल्लाह बोलो… AMU कैंपस में हिंदू छात्र की हुई पिटाई,
कलमा पढ़ने का बनाया दबाव
2 months ago Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) कैंपस के अंदर देर शाम एक हिंदू छात्र प्रशांत राठी पर बर्बर हमला हुआ। जानकारी के मुताबिक कुल 5-6 छात्रों ने प्रशांत को घेर कर लात-घूंसों से पीटा और एक आरोपी ने पिस्टल की बट से उसके सिर पर वार किया। आरोप है कि हमलावरों ने उसे जबरन कलमा पढ़ने का दबाव भी बनाया। घायल छात्र को तुरंत जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, जहां प्राथमिक इलाज के बाद उसे छुट्टी दी गई। प्रॉक्टर कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई गई और पुलिस-प्रशासन घटना की जांच में लगे हुए हैं।
हमले का पूरा सच - कहां और कैसे हुआ हमला मामला अल्लामा इकबाल हॉल के नजदीक मिंटो सर्किल क्षेत्र का है। प्रशांत, जो राजा महल में 11वीं का छात्र है और सिविल लाइन्स के पुरानी चुंगी के रहने वाले हैं, अपने मित्र उजैफा से मिलने गया था। तभी अचानक 5-6 अन्य छात्रों ने उस पर हमला कर दिया। आरोपियों में अरमान (मिंटो सर्किल का छात्र), सैफुल्लाह और दानिश का नाम बताया जा रहा है। कहा जाता है कि अरमान के हाथ में पिस्टल (बटल/रिवॉल्वर) थी और उसकी बट से प्रशांत के सिर पर वार हुआ। अन्य आरोपियों ने मुक्कों और लातों से हमला किया।
धर्मांतरण का आरोप - जबरन कलमा पढ़वाने का दावा हमले के दौरान आरोप है कि पीड़िक रो जबरन कलमा (ला इलाहा इल्लल्लाह मुहम्मदुर रसूलुल्लाह) पढ़ने को कहा गया, जिससे यह मामला केवल पिटाई नहीं बल्कि धर्मांतरण के प्रयास जैसा प्रतीत होता है। हालांकि घटना के पीछे पुरानी रंजिश, किसी लड़की को लेकर विवाद या निजी दुश्मनी भी बताई जा रही है, जांच से ही वास्तविक वजह स्पष्ट होगी।
प्रतिक्रिया, अस्पताल और पुलिस जांच प्रशांत को तुरंत जेएन मेडिकल कॉलेज में दिखाया गया सिर पर गंभीर चोटें आईं पर इलाज के बाद उसे छुट्टी दे दी गई। प्रॉक्टर प्रो. एम. वसीम अली ने कहा कि तहरीर मिलने पर ऐसे छात्रों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और मामले की गहन जांच जारी है। सिविल लाइन इंस्पेक्टर पंकज मिश्रा ने भी पिटाई की पुष्टि की और मेडिकल रिपोर्ट लेकर FIR दर्ज करने की प्रक्रिया में बताया। फिलहाल किसी गिरफ्तारी की सूचना नहीं आई।
कैंपस की चिंता और परिवार की मांग घटना के बाद प्रशांत डर और आघात से जूझ रहा है। परिवार ने पुलिस से जल्द न्याय और सुरक्षा की मांग की है। एएमयू प्रशासन ने छात्रों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाएगी और परिणाम सार्वजनिक किए जाएंगे। विश्वविद्यालय में विभिन्न धर्मों के छात्र पढ़ते हैं, ऐसे मामलों से कैंपस का माहौल प्रभावित होता है इसलिए शांतिपूर्ण समाधान जरूरी है।