अंसल प्रॉपर्टीज़ पर ED का शिकंजा, 600 करोड़ फंड डायवर्जन की जांच,
3 ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी
1 months ago
Written By: STATE DESK
Ansal Group Scam: रियल एस्टेट सेक्टर की एक बड़ी कंपनी अंसल प्रॉपर्टीज़ एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (APIL) पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग के गंभीर आरोपों के चलते शिकंजा कस दिया है। ईडी की टीमों ने मंगलवार को लखनऊ, दिल्ली, गाजियाबाद और नोएडा में कंपनी के ठिकानों पर छापेमारी की है। यह कार्रवाई 600 करोड़ रुपये से अधिक के कथित फंड डायवर्जन की जांच के तहत की गई है।
UPRERA की रिपोर्ट ने खोले गड़बड़ियों के राज
उत्तर प्रदेश रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी (UPRERA) की रिपोर्ट के अनुसार, अंसल API ने अपनी कई परियोजनाओं से निवेशकों का पैसा निकालकर अन्य जगह ट्रांसफर किया। इसी रिपोर्ट के आधार पर जांच एजेंसियों ने कार्रवाई तेज कर दी है। जिसके बाद अब मालिकान में हड़कंप मचा हुआ है।
प्रमोटर्स पर गंभीर आरोप
इस दौरान कंपनी के प्रमोटर्स प्रणव अंसल और सुशील अंसल पर सरकारी भूमि की अवैध बिक्री और निवेशकों से धोखाधड़ी के आरोप हैं। इस मामले को लेकर अब तक लखनऊ में 70 से अधिक एफआईआर अंसल ग्रुप के खिलाफ दर्ज की जा चुकी हैं।
दिवालिया घोषित हो चुकी है कंपनी
मिली जानकारी के अनुसार अंसल API इस समय नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) में कॉर्पोरेट इनसॉल्वेंसी रिजोल्यूशन प्रोसेस (CIRP) का सामना कर रही है। कंपनी को दिवालिया घोषित किया गया है, और इसकी परिसंपत्तियों की कानूनी प्रक्रिया जारी है।
निवेशकों का विरोध प्रदर्शन
इसको लेकर लखनऊ की सुशांत गोल्फ सिटी परियोजना के निवेशकों ने अंसल ग्रुप के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है। यहां निवेशकों ने कंपनी पर फ्लैट्स और प्लॉट न देने का आरोप लगाते हुए न्याय और मुआवज़े की मांग की है।
अंसल पर योगी सरकार सख्त
मिली जानकारी के मुताबिक इस पूरे मामले के सामने आने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे गंभीरता से लेते हुए अंसल ग्रुप के खिलाफ राज्य भर में सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे। उन्होंने अधिकारियों को सभी ज़िलों में एफआईआर दर्ज करने और निवेशकों के हितों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा। जिसके बाद लगातार एजेंसियां इस कार्रवाई में जुटी हुई हैं।