अयोध्या में दीपोत्सव 2025: सरयू किनारे जगमगाएगी करोड़ों दीपों की रोशनी,
प्रशासन ने तैयारियों के लिए कसी कमर
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Ayodhya Deepotsav 2025: राम नगरी अयोध्या इस बार फिर से अपनी भव्यता और आस्था का संगम दिखाने को तैयार है। दीपोत्सव और कार्तिक पूर्णिमा मेला इस वर्ष पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ने जा रहे हैं। 17 अक्टूबर से 20 अक्टूबर तक चलने वाले इस महोत्सव में लाखों दीपक सरयू की लहरों को रोशन करेंगे और शहर को रात के समय एक स्वर्गिक रूप देंगे। जिले के सभी प्रशासनिक अधिकारी, सुरक्षा और आयोजन टीम ने पहले से ही तैयारी शुरू कर दी है। जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में आयोजन को सफल और सुव्यवस्थित बनाने के लिए रणनीति बनाई गई है।
लाखों दीपों की चमक से रोशन होगा शहर
इस बार दीपोत्सव पहले से भी ज्यादा व्यवस्थित और भव्य होगा। राम की पैड़ी मुख्य आकर्षण बनेगी, जहां लेजर शो, ड्रोन शो और लाखों दीपक सरयू किनारे प्रज्वलित किए जाएंगे। दीपक लगाने और जलाने के लिए पूरी मैपिंग तैयार की जा रही है ताकि आयोजन सुव्यवस्थित और सुरक्षित तरीके से हो। 2023 में दीपक से तेल निकालने की घटनाओं को रोकने के लिए भी विशेष इंतजाम किए जाएंगे।
दीपक जलाने का लक्ष्य और तैयारी
जिलाधिकारी ने बताया कि पिछले वर्ष 25 लाख दीपक जलाए गए थे और इस वर्ष उससे अधिक दीपक जलाने की योजना बनाई जा रही है। दीपकों की संख्या के फाइनल होने के बाद टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी। प्रशासन ने सभी विभागों को उनके दायित्व सौंपे हैं और नोडल अधिकारी भी नियुक्त किए जाएंगे। राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के प्रतिनिधियों ने भी आयोजन को भव्य बनाने पर सुझाव दिए।
सुरक्षा और व्यवस्थित प्रबंधन
जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि 2023 में दीपक से तेल निकालने जैसी घटनाओं से सीख लेकर इस बार सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे। प्रशासनिक और सुरक्षा बलों की तैनाती सुनिश्चित की जाएगी ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना न हो।
दीपोत्सव का महत्व और समय
पिछले वर्ष दीपोत्सव में 25 लाख दीपक जलाए गए थे, और हर वर्ष यह संख्या बढ़ती ही जा रही है। इस वर्ष 2025 के आठवें दीपोत्सव में अयोध्या वासियों और श्रद्धालुओं को सरयू तट पर कितने लाख दीपक जलाने का लक्ष्य मिलेगा, यह तय होना अभी बाकी है। दीपोत्सव 2025 राम नगरी की भव्यता, आस्था और उत्साह का प्रतीक बनकर इतिहास रचेगा।