अयोध्या दीपोत्सव 2025: सरयू तट पर 26 लाख दीयों से जगमगाई रामनगरी,
बने दो वर्ल्ड रिकॉर्ड
5 days ago Written By: Aniket Prajapati
अयोध्या: भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या ने इस बार दीपोत्सव 2025 पर ऐसा नजारा पेश किया जिसने पूरी दुनिया का दिल जीत लिया। छोटी दिवाली के पावन अवसर पर सरयू तट 26 लाख से अधिक मिट्टी के दीयों की रोशनी से जगमगा उठा और शहर ‘जय श्रीराम’ के नारों से गूंज उठा। इस भव्य आयोजन के साथ ही अयोध्या ने एक नहीं बल्कि दो गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड रच डाले। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की टीम ने दोनों कीर्तिमानों का प्रमाणपत्र मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंपा।
26 लाख से ज्यादा दीपों से रचा इतिहास दीपोत्सव 2025 में उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन ने मिलकर सरयू तट को स्वर्णिम रोशनी से भर दिया। एक ही समय में 26,17,215 दीये प्रज्ज्वलित कर पहला वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया गया। दूसरा रिकॉर्ड था – एक साथ 2,128 अर्चकों द्वारा मां सरयू की महाआरती का। शहर ‘श्रीराम जय राम जय जय राम’ के जयकारों से गूंज उठा। अयोध्या का हर मंदिर, गली और घर दीपों की आभा में नहाया और हर कोने से भक्ति की सुगंध उठी।
ड्रोन से हुई गिनती, रिकॉर्ड की पुष्टि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में हुए इस भव्य आयोजन को इतिहास में दर्ज किया गया। गिनीज टीम ने दोनों रिकॉर्ड्स की ड्रोन तकनीक से गिनती की और उनकी आधिकारिक पुष्टि की। इस आयोजन में डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय और स्थानीय संगठनों के 32,000 से अधिक स्वयंसेवकों ने अहम भूमिका निभाई। योगी आदित्यनाथ के आह्वान पर अयोध्या के घरों, मंदिरों, मठों और आश्रमों में दीप जलाए गए, जिससे पूरी नगरी “त्रेता युग” की झलक में बदल गई।
रामकथा पार्क में आरती और पुष्प वर्षा से समापन शाम का समापन रामकथा पार्क में हुआ, जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उनके मंत्रीमंडल के सदस्य और संतों ने भगवान श्रीराम, माता सीता, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न और हनुमानजी की पूजा की। ‘राम आए अवध की ओर सजनी’ की धुन के बीच हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा हुई और भगवान राम, सीता और लक्ष्मण पुष्पक विमान से अवतरित हुए। मुख्यमंत्री ने स्वयं पवित्र रथ को खींचकर भक्ति का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत किया।भक्तों ने कहा — “आज अयोध्या सच में त्रेता युग के भाव से भर उठी है।”
विदेशी कलाकारों ने भी किया रामभक्ति का प्रदर्शन इस बार के दीपोत्सव की खास बात यह रही कि इसमें रूस, थाईलैंड, इंडोनेशिया, नेपाल और श्रीलंका के कलाकारों ने भी हिस्सा लिया।22 भव्य रामायण झांकियों और 2,000 से अधिक भारतीय कलाकारों की प्रस्तुतियों ने दर्शकों का मन मोह लिया।सड़कों को फूलों और रंगोली से सजाया गया था, जबकि रात में आसमान 1,100 स्वदेशी ड्रोन शो से जगमगाया, जिसमें भगवान राम और रामायण के दृश्य आसमान पर उकेरे गए।कार्यक्रम के अंत में योगी आदित्यनाथ ने श्रीराम मंदिर में दर्शन-पूजन किया और राम की पैड़ी पर आरती संपन्न की।
अयोध्या में दीपों का सागर, भक्ति का जश्न अयोध्या का यह दीपोत्सव सिर्फ एक आयोजन नहीं बल्कि आस्था, परंपरा और गौरव का प्रतीक बन गया। 26 लाख दीपों की यह रोशनी न केवल अयोध्या, बल्कि पूरे भारत की आध्यात्मिक एकता की मिसाल बन गई।