अयोध्या बनेगी सनातन का महाधाम, 20 हजार भक्त निकालेंगे कलश यात्रा,
संत-समागम में जुटेंगे 8 राज्यों के सीएम
20 days ago Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: भगवान राम की नगरी अयोध्या एक बार फिर भव्य धार्मिक आयोजन की साक्षी बनने जा रही है। रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के बाद यह दूसरा सबसे बड़ा आयोजन होगा। आज यानी 5 अक्टूबर से 14 अक्टूबर 2025 तक यहां भव्य राम महायज्ञ, रामार्चा पूजन और राम नाम जप अनुष्ठान का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर आठ राज्यों के मुख्यमंत्री, देशभर के प्रतिष्ठित साधु-संत और हजारों राम भक्त शामिल होंगे। प्रशासन ने सुरक्षा और व्यवस्थाओं को लेकर तैयारियां पूरी कर ली हैं।
कलश यात्रा से होगा शुभारंभ आयोजन की शुरुआत 5 अक्टूबर सुबह 10 बजे करीब 20 हजार भक्तों की कलश यात्रा से होगी। इस यात्रा के बाद मुख्य अनुष्ठान का शुभारंभ होगा। जिला प्रशासन ने यात्रा और आयोजन के लिए विशेष ट्रैफिक व सुरक्षा व्यवस्था बनाई है ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी न हो।
501 विद्वान करेंगे रामार्चा महायज्ञ जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी श्री वल्लभाचार्य जी महाराज ने बताया कि पहली बार 501 विद्वान एक साथ 501 श्री रामार्चा महायज्ञ करेंगे। यह आयोजन अपने आप में ऐतिहासिक और आध्यात्मिक दृष्टि से अद्वितीय होगा। साथ ही, 151 श्रीमद्भागवत महापुराण पारायण भी होंगे, जिनके लिए देशभर से विद्वान अयोध्या पहुंचे हैं। वृंदावन के प्रसिद्ध संत स्वामी राजेंद्र दास जी महाराज और स्वामी बिहारी दास जी महाराज कथा का वाचन करेंगे।
संत और राजनेताओं का दिव्य संगम आयोजन में योग गुरु बाबा रामदेव सहित देश के कई बड़े संत उपस्थित रहेंगे। वहीं, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 8 या 9 अक्टूबर को अनुष्ठान में शामिल होंगे। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव 11 अक्टूबर को और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव सहाय भी इस आयोजन का हिस्सा बनेंगे।
धर्म और संस्कृति पर होगा मंथन हर शाम 5 से 8 बजे तक संत सम्मेलन आयोजित होगा, जिसमें सनातन धर्म, अयोध्या धाम के विकास और हिंदू परंपरा की यात्रा पर चर्चा होगी। यह आयोजन केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि सनातन धर्म का महाकुंभ साबित होगा, जिसमें संत समाज, भक्त और राजनीतिक हस्तियां एक साथ आकर संस्कृति और अध्यात्म का संगम रचेंगे।