अयोध्या रामलीला में कुतुबमीनार से ऊंचा रावण तैयार...
मगर दहन की इजाज़त नहीं, जानिए क्यों
1 months ago Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: अयोध्या में पिछले सात सालों से भव्य रामलीला का आयोजन किया जा रहा है। इस रामलीला की खासियत यह है कि इसमें बॉलीवुड सितारे भी शामिल होकर रामायण के पात्रों को जीवंत करते हैं। इस साल भी नया घाट स्थित राम कथा पार्क में रामलीला का मंचन किया जा रहा है। लेकिन इस बार रामलीला के बीच एक बड़ी निराशा की खबर सामने आई है। आयोजन समिति के अध्यक्ष सुभाष मलिक बॉबी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि इस बार रावण, कुंभकर्ण और मेघनाथ के साथ सोने की लंका का भी दहन होना था। खास बात यह थी कि रावण का पुतला 240 फीट ऊंचा बनाया गया था, जो दिल्ली की कुतुबमीनार से भी ऊंचा है।
प्रशासन ने नहीं दी अनुमति सुभाष मलिक ने बताया कि प्रशासन ने इस दहन कार्यक्रम की अनुमति देने से इंकार कर दिया है। उनका कहना है कि इतने ऊंचे पुतले के दहन की तैयारी मुख्य आकर्षण थी, लेकिन प्रशासन की वजह से इसे अंजाम नहीं दिया जा सकेगा। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ से इस मामले में दखल देने की गुहार लगाई है।
पुलिस ने कलाकारों को चेताया सुभाष मलिक ने आरोप लगाया कि 28 सितंबर की रात रामलीला के कुछ कलाकारों को पुलिस ने बुलाया और स्पष्ट निर्देश दिए कि बिना अनुमति के आग से जुड़ा कोई कार्यक्रम नहीं किया जा सकता। उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा कि मोदी और योगी राज में भी रावण दहन पर रोक लगाना उचित नहीं है।
प्रशासन का पक्ष बता दें कि इस मामले पर अयोध्या जिला प्रशासन का कहना है कि दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन होना है और एक ही समय में नई परंपरा की अनुमति नहीं दी जा सकती। प्रशासन ने साफ किया कि अयोध्या में केवल पहले से चली आ रही परंपराओं को ही अनुमति दी जाएगी, नए आयोजन को मंजूरी नहीं दी जा सकती।