आजमगढ़ में सत्संग के नाम पर धर्म परिवर्तन की साजिश का भंडाफोड़,
पुलिस ने चार लोगों को किया गिरफ्तार, गांव में भारी भीड़ और धार्मिक सामग्री बरामद
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: आजमगढ़ जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां तहबरपुर थाना क्षेत्र में पुलिस ने धर्म परिवर्तन के मामले में बड़ी कार्रवाई की है। सत्संग के बहाने लोगों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए उकसाया जा रहा था। पुलिस ने मौके से चार लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं इस मामले की जांच अभी जारी है और पुलिस का कहना है कि इस मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी। आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला।
सत्संग के नाम पर धर्म परिवर्तन की कोशिश
यह पूरा मामला आजमगढ़ जिले के तहबरपुर थाना क्षेत्र से है जहां सत्संग के बहाने धर्म परिवर्तन कराने वाले चार लोगों को पुलिस ने मौके से गिरफ्तार कर लिया है। दरसअल, पुलिस को एक शिकायती पत्र मिला था। शिकायत में बताया गया कि गांव में भारी भीड़ जुटाई गई है, जहां लोगों को पैसे और नौकरी का लालच दिया गया और फिर सत्संग के नाम पर एक जगह बुलाया गया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और गांव में छापा मार कार्रवाई की छापेमारी में चार लोगों को हिरासत में ले लिया गया है। पकड़े गए लोगों में संतोष प्रजापति अरविंद, पप्पू और कमलेश शामिल हैं।
आजमगढ़ जिले के रहने वाले हैं सभी आरोपी
बताया जा रहा है कि यह सत्संग संतोष प्रजापति के घर पर ही चल रहा था। ये सभी आरोपी आजमगढ़ जिले के ही निवासी हैं। सभी को थाने लाकर पूछताछ की गई, जिसके बाद इन्हें न्यायालय भेजा जा रहा है, जिसके बाद इन्हें कोर्ट से जेल भेजा जाएगा। बता दें कि वहां बड़ी संख्या में पुरुष और महिलाएं मिले सभी के हाथों में धार्मिक किताबें और पर्चियां थीं। पुलिस ने कुल 12 ईसाई धर्म की किताबें पकड़ीं साथ ही रजिस्टर और अन्य कागज भी बरामद हुए।
सब इंस्पेक्टर ने दी मामले की जानकारी
सब इंस्पेक्टर संजय कुमार सिंह ने इस पूरे मामले की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यहां धर्म परिवर्तन की पुष्टि हुई है। गांव के लोग भी इन तरह के आयोजनों से पहले से परेशान थे। उन्होंने बताया कि कई बार ऐसे आयोजन हुए। प्रार्थना सभा के नाम पर धर्म बदला जाता था। यह कोई पहला मामला नहीं है जिले में पहले भी ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं। पुलिस अब आगे की जांच कर रही है वहीं आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। धर्म परिवर्तन जैसे मामलों को गंभीरता से लिया जाएगा।