बागपत में कोऑपरेटिव सोसाइटी पर ठगी का आरोप: निवेश पर दोगुना मुनाफा देने का झांसा,
श्रेयस तलपड़े और आलोक नाथ सहित 22 के खिलाफ FIR
1 days ago Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के बागपत जिले से करोड़ों रुपये की ठगी का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां ‘द लोनी अर्बन मल्टी स्टेट क्रेडिट एंड थ्रिफ्ट कोऑपरेटिव सोसाइटी’ पर निवेशकों को दोगुना मुनाफा देने का लालच देकर धोखाधड़ी करने का आरोप लगा है। इस मामले में बॉलीवुड अभिनेता श्रेयस तलपड़े और आलोक नाथ सहित कुल 22 लोगों के खिलाफ बागपत कोतवाली में एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है।
पांच साल में रकम दोगुनी करने का लालच शिकायत बागपत के मीतली गांव के रहने वाले बबली नामक व्यक्ति ने दर्ज कराई है। उसने बताया कि बिजरौल का एक युवक गांव में आता-जाता था और उसने स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से ग्रामीणों को सोसाइटी की योजनाओं में निवेश करने के लिए प्रेरित किया। सोसाइटी का दावा था कि निवेश की गई राशि पांच साल में दोगुनी होकर वापस मिलेगी। इस झांसे में आकर गांव और आसपास के क्षेत्रों के करीब 500 से ज्यादा लोगों ने लगभग पांच करोड़ रुपये जमा करा दिए।
श्रेयस तलपड़े और आलोक नाथ बने प्रचार चेहरा एफआईआर में लिखा गया है कि सोसाइटी ने अपने प्रचार-प्रसार के लिए फिल्म अभिनेता श्रेयस तलपड़े और आलोक नाथ को ब्रांड एंबेसडर बनाया था। आरोप है कि दोनों अभिनेता कई कार्यक्रमों में मंच से कंपनी की योजनाओं को विश्वसनीय बताते नजर आए, जिससे निवेशकों का भरोसा बढ़ा। हालांकि, यह भी स्पष्ट किया गया है कि दोनों कलाकारों की भूमिका सिर्फ प्रचार तक सीमित रही या नहीं, इसकी जांच अभी जारी है।
एमडी दुबई फरार, एजेंटों पर गंभीर आरोप एफआईआर के अनुसार, सोसाइटी के एमडी समीर अग्रवाल और पीए पंकज अग्रवाल दुबई चले गए हैं। बाकी 18 आरोपियों में एजेंट और फील्ड वर्कर शामिल हैं, जिन पर निवेशकों से पैसे लेने और गलत वादे करने का आरोप है। पीड़ितों का कहना है कि पिछले एक साल से उन्हें न तो ब्याज मिला, न मूलधन वापस किया गया। कई बार संपर्क करने पर भी कोई जवाब नहीं मिला।
पुलिस ने शुरू की जांच पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों के अनुसार, पूरे वित्तीय लेन-देन, अनुबंधों और प्रचार सामग्रियों की जांच की जा रही है। यह भी देखा जाएगा कि प्रचार में शामिल व्यक्तियों की भूमिका सिर्फ विज्ञापन तक सीमित थी या वे किसी और स्तर पर भी शामिल थे। पुलिस ने कहा है कि सभी सबूत इकट्ठे करने के बाद ही आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।