बहराइच के मदरसे में शिक्षा की व्यवस्था पर सवाल, कक्षा 10 के छात्रों को अंग्रेजी लिखने में परेशानी,
निरीक्षण अधिकारी ने उठाए सवाल
2 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh : उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के एक मदरसे में हाल ही में हुए अचानक निरीक्षण से शिक्षा की स्थिति पर बड़ा सवाल उठ खड़ा हुआ है। अधिकारियों के अनुसार, मदरसे के कक्षा 10 के छात्रों को अपने नाम तक अंग्रेजी में लिखने में परेशानी हो रही थी। इस निरीक्षण के बाद अधिकारियों ने मदरसे को चेतावनी जारी की और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार की बात कही। यह निरीक्षण रविवार को बदी तकीया क्षेत्र में स्थित जमिया गज़िया सय्यदुल उलूम मदरसे में किया गया था। यह मदरसा सरकारी मान्यता प्राप्त है और यहां बच्चो को शिक्षा दी जाती है। जिले के अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी संजय मिश्रा ने बताया कि निरीक्षण के दौरान एक शिक्षक अनुपस्थित पाया गया, लेकिन उनका नाम उपस्थिति रजिस्टर में दर्ज था। इसके साथ ही, मुंशी, मौलवी और आलिम कक्षाओं में छात्रों की उपस्थिति भी बहुत कम पाई गई। जब कक्षा 10 के छात्रों से उनके नाम और मदरसे का नाम अंग्रेजी में लिखने को कहा गया, तो कोई भी छात्र यह नहीं कर पाया। यह स्थिति अधिकारियों के लिए चिंता का विषय बन गई।
मदरसों में केवल अरबी और फारसी पर ध्यान
अधिकारियों का मानना है कि मदरसा केवल अरबी और फारसी विषयों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, जबकि छात्रों को अन्य सामान्य विषयों जैसे गणित, विज्ञान, और अंग्रेजी में भी शिक्षा की आवश्यकता है। इस प्रकार की शिक्षा व्यवस्था से छात्रों का समग्र विकास नहीं हो पा रहा है। इस पूरे मामले को लेकर अधिकारियों ने मदरसे के प्रबंधन को चेतावनी दी है कि अगर जल्दी सुधार नहीं किए गए, तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही, अनुपस्थित शिक्षक के खिलाफ भी नोटिस भेजा गया है।
बहराइच में कुल 301 मान्यता प्राप्त मदरसे
बहराइच जिले में कुल 301 मान्यता प्राप्त मदरसे हैं, और हाल ही में एक सर्वे में 495 अवैध मदरसे भी पाए गए हैं। ऐसे में इस मुद्दे को लेकर प्रशासन अब गंभीर हो गया है। वहीं सुधार के प्रयास किए जा रहे हैं। यह घटना यह दर्शाती है कि शिक्षा प्रणाली में सुधार की सख्त आवश्यकता है, ताकि आने वाली पीढ़ी को सही तरीके से शिक्षित किया जा सके, जिससे उनका भविष्य सुरक्षित रहे।