बहराइच में प्रॉपर्टी विवाद में दामाद बना गुनहगार… ससुर की हत्या की रची साजिश,
STF मुठभेड़ में बची जान, एक शूटर को लगी गोली
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: बहराइच जिले के कैसरगंज इलाके में बीती रात एक बड़ी मुठभेड़ हुई। एसटीएफ और कैसरगंज पुलिस ने चार शार्प शूटरों को घेर लिया। इस दौरान गोलीबारी भी हुई, जिसमें एक शूटर परशुराम मौर्या के पैर में गोली लगी। बाकी तीन शूटरों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। सभी आरोपी बाराबंकी जिले के रहने वाले हैं। पुलिस ने उनके पास से अवैध असलहे और जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। जांच में सामने आया कि ये लोग बहराइच के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष विजय सिंह की हत्या की योजना बना रहे थे। लेकिन पुलिस की सतर्कता से उनकी साजिश नाकाम हो गई।
प्रॉपर्टी विवाद से जुड़ा मामला
स्थानीय सूत्रों के अनुसार इस साजिश की जड़ प्रॉपर्टी विवाद से जुड़ी है। बताया गया कि विजय सिंह के बड़े भाई तरुण कुमार सिंह का एक बेटा और एक बेटी थी। करीब 10-12 साल पहले बेटे की सड़क हादसे में मौत हो गई। इसके बाद 2020 में कोविड काल के दौरान बड़े भाई तरुण कुमार सिंह की भी मृत्यु हो गई। पिता और बेटे के निधन के बाद उनकी संपत्ति बेटी गुड़िया और लखनऊ में रह रही पत्नी के नाम हो गई।
विवाद कैसे बढ़ा
गुड़िया की शादी बाराबंकी के हाजीपुर निवासी आलोक कुमार सिंह से हुई थी। जब गुड़िया अपने पिता की संपत्ति में हक लेने घर आई, तो विजय सिंह ने उसे कथित तौर पर गंदी गालियां देकर घर से भगा दिया। इस अपमान से नाराज होकर गुड़िया के पति आलोक सिंह ने विजय सिंह की हत्या की साजिश रची। इसके लिए उसने परशुराम मौर्या, साकेत रावत और प्रदीप यादव जैसे शूटरों की मदद ली।
STF और पुलिस की सूझबूझ से बची जान
हत्या की रात पहले से तय थी। लेकिन एसटीएफ और पुलिस की चौकसी से वक्त रहते साजिश का भंडाफोड़ हो गया। पुलिस ने चारों शूटरों को पकड़ लिया, जिनमें से एक घायल है और बाकी तीनों ने आत्मसमर्पण कर दिया। फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है और पूरे मामले की जांच जारी है।