4 बच्चों की मौत के बाद वन विभाग एक्शन में,
योगी सरकार से मांगी आदमखोर भेड़िये पर शूट-एट-साइट की अनुमति
1 months ago Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में भेड़ियों के हमलों ने लोगों की नींद उड़ा दी है। कैसरगंज तहसील के मंझारा तौकली क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से भेड़िया लगातार हमले कर रहा है। 9 सितंबर से अब तक 4 बच्चों की मौत हो चुकी है और एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो चुके हैं। घायलों में बच्चे और बुजुर्ग शामिल हैं। दहशत की इस स्थिति को देखते हुए वन विभाग ने योगी सरकार से शूट एट साइट की अनुमति मांगी है।
कब-कब हुए हमले पहला हमला 9 सितंबर को हुआ था, जिसमें 4 साल की ज्योति नाम की बच्ची मारी गई। इसके बाद 12 सितंबर को 3 महीने की बच्ची संख्या को उसकी मां की गोद से भेड़िया उठा ले गया। तीसरा बड़ा हमला 20 सितंबर को दिनदहाड़े हुआ, जिसमें 4 साल के अंकेश को भेड़िया उठा ले गया। अंकेश का शव अब तक बरामद नहीं हो सका है। चौथा हमला 24 सितंबर को हुआ, जब घर के बाहर खेल रही 2 साल की सोनी पर भेड़िये ने झपट्टा मारा। परिवार वालों ने पीछा किया तो भेड़िया बच्ची को छोड़कर भाग गया, लेकिन इलाज के दौरान सोनी की मौत हो गई।
घायल हुए लोग और असफल टीमें इन हमलों के बीच भेड़िये ने 12 से ज्यादा लोगों को घायल भी किया है। वन विभाग लगातार सक्रिय है और भेड़िये को पकड़ने के लिए अब तक 32 टीमें बनाई गई हैं। यहां तक कि ड्रोन कैमरों की मदद भी ली जा रही है, लेकिन अब तक भेड़िये को न तो लोकेट किया जा सका है और न ही जाल में फंसाया जा सका है। नतीजतन, क्षेत्र में दहशत और आक्रोश दोनों फैले हुए हैं।
वन विभाग का बयान बहराइच रेंज के डीएफओ रामसिंह यादव ने बताया कि इस इलाके में गन्ने की खेती बड़े पैमाने पर होती है और सरयू नदी का कछार होने के कारण जंगली जानवरों को छुपने की जगह मिल जाती है। भेड़िया हमला करने के बाद गन्ने के खेतों में छिप जाता है, जिससे उसे पकड़ना मुश्किल हो रहा है। इसी वजह से विभाग ने सरकार से शूट एट साइट की अनुमति मांगी है। अगर अनुमति मिल जाती है, तो जल्द ही इस आदमखोर जानवर से क्षेत्र को राहत दिलाई जाएगी।