अगर आपने भी पाला है ये जानवर, तो रहें सतर्क,
वरना यह घातक बीमारी भी आ सकती है पास
2 days ago
Written By: Ashwani Tiwari
बरसात का मौसम अपने साथ कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं लेकर आता है। तेज धूप, अचानक बारिश और नमी से लोग बीमार पड़ सकते हैं। इस मौसम में सबसे अधिक खतरा संचारी रोगों का होता है, जो जलजमाव, गंदगी और मच्छरों की बढ़ती संख्या से फैलते हैं। बलिया नगर के वार्ड नंबर 1 और 2 में सुअर पालन बड़ी संख्या में किया जाता है। इस क्षेत्र में थोड़ी सी लापरवाही भी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकती है।
सुअर पालन से फैल सकते हैं गंभीर रोग
राजकीय पशु चिकित्सालय, बलिया के उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. एसडी द्विवेदी के अनुसार सुअर पालन संचारी रोग फैलाने में भूमिका निभा सकता है। यदि कोई मच्छर पहले संक्रमित सुअर को काटता है और फिर इंसान को काटता है, तो इंसान गंभीर बीमारी का शिकार हो सकता है। वहीं सुअर पर इसका कोई गंभीर असर नहीं होता। साधारण भाषा में कहें तो, सुअर पालन में लापरवाही इंसानों के लिए जानलेवा साबित हो सकती है।
सावधानियां और उपाय
डॉ. द्विवेदी ने बताया कि सुअर पालन को आबादी से दूर किया जाना चाहिए। पालकों को साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। इसके अलावा जलजमाव से बचाव, मच्छरदानी का प्रयोग, चूने का छिड़काव, सही खानपान और रहने-सहने के तरीकों पर विशेष ध्यान देना जरूरी है। बरसात में जलजमाव से मच्छर और मक्खियों की संख्या तेजी से बढ़ती है, जिससे डेंगू, मलेरिया और इंसेफेलाइटिस जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
संचारी रोग नियंत्रण अभियान
पशुपालन विभाग जल्द ही संचारी रोग नियंत्रण अभियान शुरू करने वाला है। इसके तहत घर-घर जाकर लोगों को जागरूक किया जाएगा और पशुपालकों को प्रशिक्षित किया जाएगा। यदि लोग दिए गए उपाय अपनाते हैं, तो उनके पशु सुरक्षित रहेंगे और आसपास की आबादी भी खतरनाक बीमारियों से बची रहेगी। जागरूकता और स्वच्छता इस मौसम में स्वस्थ जीवन की कुंजी है।