तेज रफ्तार बोलेरो पेड़ से टकराई, तीन दोस्तों की मौत,
दो की हालत गंभीर
1 months ago
Written By: अनिकेत प्रजापति
उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में मंगलवार देर रात एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ। पांच दोस्तों से भरी बोलेरो अनियंत्रित होकर पेड़ से टकरा गई। हादसे में तीन युवकों की मौके पर मौत हो गई, जबकि दो गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा बांसडीह के पर्वतपुर–घेराई मार्ग पर महुआबाग के पास हुआ। सभी दोस्त पार्टी मनाकर लौट रहे थे। पुलिस के अनुसार, बोलेरो तेज रफ्तार और नशे की हालत में चल रही थी।
पार्टी से लौटते वक्त हुआ हादसा
पुलिस और स्थानीय लोगों के मुताबिक, पांचों दोस्त मंगलवार रात एक पार्टी से लौट रहे थे। उन्हें दिवाकरपुर में दो दोस्तों को छोड़ना था। लेकिन रास्ते में महुआबाग के पास अचानक मोड़ आने पर गाड़ी चालक का संतुलन बिगड़ गया और बोलेरो सड़क किनारे पेड़ से जा टकराई। गाड़ी इतनी तेज थी कि टक्कर के बाद उसका अगला हिस्सा पूरी तरह टूट गया।
तीन की मौके पर मौत, दो वाराणसी रेफर
घटना के बाद स्थानीय लोग तुरंत मौके पर पहुंचे और गाड़ी में फंसे युवकों को बाहर निकाला। सूचना मिलने पर पुलिस भी पहुंची और सभी को बांसडीह सीएचसी ले जाया गया। वहां राजा कुमार (18), सत्यम राजभर (20) और विकास (21) को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। वहीं अभिषेक और अनीश की हालत गंभीर होने पर उन्हें वाराणसी रेफर किया गया। पुलिस ने बताया कि बोलेरो राजा कुमार की थी और वही गाड़ी चला रहा था।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया क्या हुआ
आसपास के लोगों ने बताया कि बोलेरो बहुत तेज रफ्तार में थी, और मोड़ पर आते ही चालक ने नियंत्रण खो दिया। गाड़ी पेड़ से टकराने के बाद उछल गई, और उसमें बैठे सभी लोग घायल हो गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने तुरंत सभी को अस्पताल भेजा।
परिवारों में मचा कोहराम
मृतक राजा कुमार के दादा कैलाश ने बताया कि राजा बिना बताए घर से निकला था। घर पर मां शारदा देवी और भाई-बहन उसका इंतजार कर रहे थे। वहीं, मृतक विकास राजभर के परिवार का भी रो-रो कर बुरा हाल है। उसकी मां सविता देवी सदमे में हैं और कुछ बोलने की स्थिति में नहीं हैं।
शराब के नशे में था चालक: पुलिस
अपर पुलिस अधीक्षक कृपाशंकर ने बताया कि सभी युवक शराब के नशे में थे और गाड़ी ओवरस्पीड में थी। बोलेरो पेड़ से टकराने के बाद बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। तीन युवकों की मौत हो चुकी है और बाकी दो का इलाज जारी है। पुलिस ने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। इस दर्दनाक हादसे ने इलाके में शोक की लहर फैला दी है। गांव में हर कोई यही कह रहा है कि अगर गाड़ी की रफ्तार थोड़ी कम होती, तो शायद पांचों की जान बच जाती।