बांदा में खाकी पहनकर बनते थे पुलिस वाले, फर्जी ID दिखाकर करते थे लूट,
मुठभेड़ में पकड़े गए तो पुलिस ने बना दिया लंगड़ा
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: बांदा से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां दो युवक खाकी वर्दी पहनकर लोगों को डराते-धमकाते थे और खुद को महाराष्ट्र पुलिस का अधिकारी बताते थे। लोग जब उनकी आईडी देखते तो सहम जाते, लेकिन हकीकत में वे दोनों ठग निकले। बीते दिन इन्होंने एक महिला को इसी तरीके से निशाना बनाया था। पुलिस ने जब इनकी करतूतों का पता लगाया तो मुठभेड़ में दोनों को दबोच लिया। दोनों के पैरों में गोली लगी, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर अस्पताल में भर्ती कराया।
मुठभेड़ में दबोचे गए बदमाश
यह कार्रवाई एसपी पलाश बंसल के निर्देशन में चलाए गए ऑपरेशन त्रिनेत्र के तहत हुई। मटौंध थाना क्षेत्र के गोयरा मुगली के पास पुलिस और आरोपियों के बीच आमना-सामना हुआ। पुलिस की जवाबी गोलीबारी में दोनों बदमाशों के पैर में गोली लगी और वे वहीं गिर पड़े। इसके बाद पुलिस ने उन्हें पकड़कर जिला अस्पताल भेज दिया।
ऐसे दिया वारदात को अंजाम
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान सलमान अली और साहिल फिरोज के रूप में हुई है। दोनों मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं और पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार उन पर पहले से ही लूट और टप्पेबाजी के चार मामले दर्ज हैं। पुलिस ने इनके पास से लूटा गया सामान, दो तमंचे, जिंदा कारतूस, बाइक और फर्जी पुलिस आईडी कार्ड बरामद किए हैं।
वर्दी और फर्जी आईडी का खेल
पुलिस जांच में सामने आया है कि ये दोनों आरोपी लंबे समय से लोगों को ठगने का काम कर रहे थे। ये पुलिस की खाकी वर्दी पहनकर खुद को महाराष्ट्र पुलिस का अधिकारी बताते और आम लोगों को जांच के नाम पर रोक लेते थे। फिर तलाशी के बहाने कीमती सामान लेकर फरार हो जाते थे।
पुलिस की बड़ी सफलता
एसपी पलाश बंसल ने बताया कि ईरानी गैंग की गतिविधियों पर लंबे समय से नजर रखी जा रही थी। जैसे ही इनकी लोकेशन मिली, पुलिस ने कार्रवाई की और दोनों को मुठभेड़ में पकड़ लिया। पुलिस का कहना है कि इस गिरफ्तारी से जिले में इस तरह की लूट और ठगी की घटनाओं पर रोक लगेगी। अब पुलिस इनके अन्य साथियों की तलाश भी कर रही है। इस सफलता से आम लोगों ने राहत की सांस ली है।