वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर के तहखाने से नहीं मिला खजाना, सिर्फ कुछ बर्तन और चांदी-सोने की छड़ें मिलीं,
अब हाई पावर कमेटी करेगी जांच
1 days ago Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: वृंदावन में चर्चित ठाकुर बांके बिहारी मंदिर के तहखाने की दो दिन चली जांच का परिणाम उम्मीदों के विपरीत निकला। लंबे समय से यह अफवाह फैल रही थी कि तहखाने में करोड़ों रुपये का खजाना और बहुमूल्य धातुएं छिपी हैं, लेकिन जांच में केवल कुछ बर्तन, एक सोने की छड़, तीन चांदी की छड़ें, कुछ मोती और दो तांबे के सिक्के ही मिले। इस परिणाम ने न केवल भक्तों को हैरान किया बल्कि प्रशासन और इतिहासकारों के बीच भी कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
खोदा पहाड़ निकली चुहिया साबित हुई खजाने की जांच मंदिर के तहखाने की जांच को लेकर भक्तों में भारी उत्साह था। कई लोग उम्मीद कर रहे थे कि यहां सदियों पुराना खजाना मिलेगा। हालांकि जब जांच टीम ने दो दिन की खोज के बाद सिर्फ कुछ सीमित वस्तुएं बरामद कीं, तो यह कहावत चरितार्थ हो गई कि “खोदा पहाड़, निकली चुहिया।” अब सवाल उठ रहा है कि आखिर वो खजाना गया कहां, जिसकी चर्चा इतिहासकारों और कई गोस्वामियों ने बार-बार की थी।
29 अक्टूबर को होगी हाई पावर कमेटी की बैठक मामले की गंभीरता को देखते हुए ठाकुर बांके बिहारी मंदिर की हाई पावर मैनेजमेंट कमेटी ने 29 अक्टूबर को एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है। इस बैठक में 1971 की इन्वेंटरी को वर्तमान में मिले सामान से मिलान किया जाएगा। इसके अलावा बैंक लॉकर में रखी वस्तुओं की पहचान और सत्यापन की प्रक्रिया भी होगी, ताकि यह पता लगाया जा सके कि मंदिर का मूल खजाना सुरक्षित है या नहीं।
पारदर्शिता के लिए सीबीआई जांच की मांग कमेटी के सदस्य दिनेश गोस्वामी ने कहा कि खजाने की सच्चाई सामने लाने और पारदर्शिता बनाए रखने के लिए सीबीआई जांच की मांग की गई है। वहीं, कमेटी अध्यक्ष अशोक कुमार ने कहा कि 29 अक्टूबर की बैठक के बाद मंदिर की संपत्ति और खजाने से जुड़ी हर जानकारी सार्वजनिक की जाएगी।
भक्तों से अफवाहों से दूर रहने की अपील मंदिर प्रशासन ने भक्तों से अपील की है कि वे खजाने को लेकर फैलाई जा रही अफवाहों पर विश्वास न करें। समिति ने भरोसा दिलाया है कि जांच पूरी होने के बाद पूरे मामले की पारदर्शी रिपोर्ट जारी की जाएगी, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि ठाकुर बांके बिहारी मंदिर की धरोहर सुरक्षित और संरक्षित है।