बांके बिहारी मंदिर में बड़ा बदलाव: VIP एंट्री खत्म, टाइमिंग में भी हुआ बड़ा चेंज,
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1 months ago Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित हाई पावर मैनेजमेंट कमेटी ने बांके बिहारी मंदिर की अव्यवस्थाओं को सुधारने के लिए चौथी बैठक आयोजित की। इस बैठक में कई अहम निर्णय लिए गए, जिनमें सबसे बड़ा फैसला यह रहा कि अब मंदिर में वीआईपी दर्शन की सुविधा पूरी तरह खत्म कर दी जाएगी। यानी अब सभी श्रद्धालु एक ही कतार में खड़े होकर समान रूप से भगवान के दर्शन कर सकेंगे। बैठक की अध्यक्षता सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति अशोक कुमार और रिटायर्ड सत्र न्यायाधीश मुकेश मिश्रा ने की। इसमें गोस्वामी समाज से चार नामित सदस्य भी मौजूद रहे।
अलग होंगे प्रवेश और निकास द्वार बैठक में यह भी तय किया गया कि मंदिर में प्रवेश और निकास के लिए अलग-अलग द्वार होंगे। श्रद्धालु केवल निर्धारित गेट से ही मंदिर में प्रवेश कर पाएंगे और बाहर निकलने के लिए उन्हें अलग गेट का उपयोग करना होगा। इससे मंदिर परिसर में भीड़ और अव्यवस्था कम करने में मदद मिलेगी।
बदला मंदिर का समय बैठक में दर्शन और आरती के समय में भी बदलाव किया गया। गर्मियों में सुबह 7:00 से 7:15 बजे तक आरती होगी, उसके बाद 12:30 बजे तक दर्शन होंगे। दोपहर 12:30 से 12:45 बजे तक दोबारा आरती होगी। शाम को मंदिर 4:15 से 9:30 बजे तक दर्शन के लिए खुला रहेगा और रात 9:30 से 9:45 बजे तक आरती होगी। सर्दियों में सुबह 8:00 से 8:15 बजे तक आरती होगी और 1:30 बजे तक दर्शन होंगे। दोपहर 1:30 से 1:45 बजे तक आरती होगी। शाम को मंदिर 4:00 से 9:00 बजे तक दर्शन के लिए खुला रहेगा और रात 9:00 से 9:15 तक आरती होगी।
लाइव स्ट्रीमिंग और संपत्ति का ब्योरा बैठक में यह भी तय हुआ कि बांके बिहारी मंदिर के दर्शन की लाइव स्ट्रीमिंग की जाएगी, ताकि दूर बैठे श्रद्धालु भी लाभ उठा सकें। इसके अलावा मंदिर की चल और अचल संपत्ति का ब्योरा 15 दिनों के भीतर समिति के समक्ष पेश किया जाएगा।
ऑडिट और गर्भगृह के पास बंद कमरा खोलेगा पैनल कमेटी ने 2013 से 2016 तक के समय का विशेष ऑडिट कराने का भी निर्णय लिया। वहीं मंदिर के गर्भगृह के पास बंद पड़े कमरे को खोलने के लिए एक विशेष समिति बनाई गई है, जिसमें ऑडिटर, सिविल जज, वृंदावन क्षेत्र अधिकारी और गोस्वामी समाज का एक सदस्य शामिल होगा। इस दौरान कैमरे की वीडियोग्राफी की जाएगी और सभी वस्तुओं की सूची संयुक्त हस्ताक्षर के साथ समिति को सौंपी जाएगी।