फर्जी आधार-पैन बनवाकर बना बंगाली डॉक्टर, 8 साल से बरेली में चला रहा था क्लिनिक,
पुलिस को नहीं थी कोई ख़बर
3 days ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: यूपी के बरेली जिले में गुरुवार को पुलिस ने एक बांग्लादेशी डॉक्टर को गिरफ्तार कर बड़ा खुलासा किया है। यह शातिर डॉक्टर साल 2017 में भारत आया था और 1 साल के वीजा पर यहां रुका था। लेकिन वीजा जुलाई 2018 में खत्म होने के बाद भी वह बरेली में रहकर क्लीनिक खोलकर इलाज करता रहा। हैरानी की बात यह है कि इतने सालों तक न तो पुलिस और न ही खुफिया एजेंसियों को इसकी भनक लगी। आरोपी के पास से पुलिस ने फर्जी आधार कार्ड, वोटर आईडी, पैन कार्ड और अन्य दस्तावेज भी बरामद किए हैं।
वीजा खत्म होने के बाद भी करता रहा प्रैक्टिस
गिरफ्तार आरोपी का नाम राज मंडल है, जो बांग्लादेश की राजधानी ढाका का रहने वाला है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, राज मंडल साल 2017 में 1 साल के वीजा पर भारत आया था। जुलाई 2018 में वीजा खत्म होने के बावजूद उसने न तो अपने देश वापसी की और न ही पुलिस या प्रशासन को जानकारी दी। इसके बजाय उसने बरेली के अलग-अलग इलाकों में क्लीनिक खोल लिए और लोगों का इलाज करता रहा।
बंगाली डॉक्टर बनकर धोखा देता रहा
राज मंडल बरेली में ‘बंगाली डॉक्टर’ के नाम से फेमस हो गया था। लोग उसके पास इलाज के लिए आते थे लेकिन किसी ने यह जानने की कोशिश नहीं की कि वह बांग्लादेशी नागरिक है। पुलिस और खुफिया विभाग की लापरवाही का फायदा उठाकर उसने वर्षों तक यहां अपनी पहचान छिपाई और प्रैक्टिस की। गुरुवार को मुखबिर की सूचना पर फतेहगंज पश्चिमी थाना पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया।
पुलिस और खुफिया विभाग पर उठ रहे सवाल
यह घटना पुलिस और खुफिया विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है। बरेली पहले भी पाकिस्तानी और बांग्लादेशी नागरिकों की गुप्त गतिविधियों को लेकर चर्चा में रहा है। कुछ साल पहले पाकिस्तान की रहने वाली शुमायला खान भी इसी लापरवाही की वजह से 9 साल तक यहां नौकरी करती रही थी। अब राज मंडल का मामला सामने आने के बाद सुरक्षा एजेंसियों की चौकसी पर फिर सवाल उठ रहे हैं।
जांच शुरू और खुलासों की उम्मीद
पुलिस ने आरोपी के पास से मिले फर्जी दस्तावेजों को कब्जे में ले लिया है और यह जांच शुरू कर दी है कि इन्हें बनाने में किसकी मदद मिली। पुलिस का कहना है कि मामले की गहन जांच होगी और यह भी पता लगाया जाएगा कि आरोपी ने यहां रहते हुए किन-किन लोगों का इलाज किया और किनसे संपर्क में रहा।