बरेली में फर्जी दस्तावेज़ फैक्ट्री का पर्दाफाश, BJP नेता बोला- पैसे दो, जो चाहो बनवा लो,
मिलिट्री इंटेलिजेंस ने सेंटर पर मारा छापा
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: बरेली जिले में एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। मिलिट्री इंटेलिजेंस की लखनऊ-बरेली यूनिट ने सीबीगंज क्षेत्र के महेशपुर गांव में एक जन सेवा केंद्र (CSC) पर छापा मारा, जहां भारी मात्रा में फर्जी दस्तावेज तैयार किए जा रहे थे। यह सेंटर बीजेपी नेता मुकेश देवल चला रहा था। कार्रवाई से ठीक 15 मिनट पहले वह अपनी कार में बैठकर फरार हो गया। अब पुलिस और इंटेलिजेंस की टीमें CCTV की मदद से उसकी तलाश कर रही हैं।
घर के नीचे चल रहा था फर्जी दस्तावेजों का अड्डा
यह जन सेवा केंद्र बीजेपी नेता मुकेश के घर के नीचे ही चल रहा था। बाहर लोकवाणी केंद्र का बोर्ड लगा था। जब टीम ने सेंटर में तलाशी ली तो उन्हें फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, आयुष्मान कार्ड और अलग-अलग यूनिवर्सिटी की फर्जी मार्कशीट मिलीं। खास बात यह है कि दस्तावेज इतने असली जैसे लगते थे कि उन्हें देखकर फर्क करना मुश्किल था। सेंटर से बड़ी संख्या में सरकारी मुहरें, फर्जी दस्तावेजों के फार्मेट, हाईटेक सॉफ्टवेयर, स्पेशल स्याही और प्रिंटर भी बरामद हुए हैं।
छापे में मिले दो लैपटॉप, हाईटेक स्कैनर और प्रिंटर
छापे के दौरान टीम को दो लैपटॉप, दो ईप्सन प्रिंटर, एक कोजेंट कंपनी का आई स्कैनर, एक वेब कैमरा, एक थम्ब स्कैनर, फिंगरप्रिंट मशीन, छह रबर स्टांप, दो एलआरआई शील्ड, एचपी कंपनी के दो माउस, 27 आधार कार्ड, एक पैन कार्ड, एक वोटर आईडी कार्ड और नॉर्थ ईस्टर्न रेलवे की एक फर्जी आईडी कॉपी भी मिली है।
5 साल से चल रहा था फर्जीवाड़ा
जांच में पता चला है कि मुकेश पिछले 5 साल से यह अवैध काम कर रहा था। वह लोगों से कहता था कि पैसा दो, जो चाहो बनवा लो। बता दें कि आधार कार्ड और आयुष्मान कार्ड के लिए वह 1500 से 2000 रुपए, ड्राइविंग लाइसेंस के लिए 1000 और मार्कशीट के लिए 5 से 10 हजार रुपए लेता था।
मुकेश देवल की तलाश में जुटी पुलिस और इंटेलिजेंस टीम
सवाल उठता है कि इतने बड़े स्तर पर बनाए गए फर्जी पहचान पत्रों का इस्तेमाल कहां हो रहा था। क्या ये आतंकी गतिविधियों, फर्जी बैंक खातों, सिम कार्ड या सरकारी योजनाओं में गड़बड़ी के लिए इस्तेमाल किए जा रहे थे? अभी यह साफ नहीं हो पाया है। नेपाल बॉर्डर से जुड़े नेटवर्क की भी जांच जारी है। मिलिट्री इंटेलिजेंस के साथ SOG और सीबीगंज थाना पुलिस की संयुक्त टीम इस पूरे मामले की जांच में जुटी है। आरोपी मुकेश देवल की तलाश अभी जारी है।