देवर ने भाभी के पकड़े हाथ, फिर पति ने पत्नि की हंसिये से गला रेतकर की हत्या,
बरेली में सामने आया हैरान करने वाला मामला
1 months ago Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के नवाबगंज क्षेत्र से एक बेहद खौफनाक मामला सामने आया है। यहां एक पति ने अपनी पत्नी अनीता की गला रेतकर हत्या कर दी। घटना के दौरान देवर सचिन भी आरोपी के साथ था और उसने महिला के हाथ पकड़कर मदद की। पुलिस ने रविवार को पति अनिल, देवर सचिन, सास भगवानदेई, ससुर जमुना प्रसाद और चचिया ससुर महेश को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। अनिल और सचिन पर हत्या का केस दर्ज किया गया, जबकि बाकी तीनों पर दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज हुआ है।
शादी और परिवार की पृष्ठभूमि अनिल और अनीता का रिश्ता कुछ साल पहले बना। अनीता अनिल के फुफेरे भाई की साली थीं। दोनों ने परिवार के विरोध के बावजूद शादी की जिद पकड़ ली। शादी के बाद अनीता कुछ समय ससुराल कमुआ गांव में रही, लेकिन उसे वहां की पाबंदियां और सख्ती पसंद नहीं आईं। अनिल ने उसकी जिद मान ली और ओम सिटी कॉलोनी में घर किराए पर लिया। साथ में छोटे भाई सचिन को भी रखा। परिवार से दूर रहना और बढ़ते खर्चों ने दोनों के रिश्ते में खटास डाल दी।
रोज के झगड़ों ने जन्म दी हत्या पुलिस पूछताछ में अनिल ने बताया कि शादी के बाद अनीता उस पर शक करने लगी थी। रोज फोन पर झगड़े और ताने होते थे। अनिल के पुराने प्रेम संबंधों से अनीता भी चिढ़ी हुई थी। बीते मंगलवार सुबह दोनों के बीच बहस हुई। अनीता ने कुछ बातें कीं जो अनिल को बुरी लगीं। गुस्से में अनिल ने सचिन को बुलाया। सचिन ने अनीता के हाथ पकड़ लिए और सीने पर बैठ गया। इसी बीच अनिल ने पास रखे हंसिये से उसकी गर्दन काट दी।
पुलिस को पड़ोसियों ने दी सूचना वारदात के बाद दोनों भाइयों ने घर पर ताला लगाकर बाहर चले गए। शाम को जब ताला नहीं खुला तो पड़ोसियों को शक हुआ। पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो अंदर का दृश्य खौफनाक था। अनीता का शव खून से लथपथ पड़ा था। पास ही वही हंसिया पड़ी थी जिससे उसकी हत्या की गई।
आरोपी और परिवार पर कार्रवाई नवाबगंज थाना प्रभारी अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि सास-ससुर उस वक्त गांव में थे, लेकिन झगड़ों में कभी हस्तक्षेप नहीं किया। इस कारण उन पर दहेज उत्पीड़न का केस दर्ज किया गया। आज जब पुलिस ने अनिल को कोर्ट में पेश किया, तो वह लंगड़ाते हुए निकला। उसने कहा कि रोज की चिकचिक और तानों से परेशान होकर गुस्से में हत्या कर दी। सीओ नीलेश मिश्रा ने बताया कि अनीता पूरी तरह स्वस्थ थी, इसलिए अकेले हत्या संभव नहीं थी। इसीलिए अनिल ने अपने भाई सचिन की मदद ली और पूरी योजना के तहत हत्या की गई।