कर्नाटक में दर्दनाक हादसा: बंद कमरे में अंगीठी जलाने से तीन युवकों की मौत,
एक की हालत गंभीर
1 months ago
Written By: अनिकेत प्रजापति
कर्नाटक के बेलगावी जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। अमन नगर इलाके में चार युवक एक शादी में शामिल होने के बाद रात को सोने गए, लेकिन अगली सुबह तीन की मौत हो चुकी थी और एक युवक गंभीर हालत में अस्पताल में मिला। ठंड से बचने के लिए चारों युवकों ने कमरे में अंगीठी जलाकर दरवाजा-खिड़की बंद कर ली थी। इसी दौरान कमरे में कार्बन मोनोऑक्साइड गैस भर गई, जो बेहद जहरीली होती है। गैस के कारण तीन लोगों की मौके पर ही जान चली गई जबकि चौथा युवक जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है। यह घटना पूरे क्षेत्र में दुख और सन्नाटा फैलाने वाली रही।
कैसे हुई युवकों की मौत?
पुलिस सूत्रों के अनुसार, चारों युवक शादी से लौटकर देर रात एक ऐसे कमरे में सोने चले गए, जहां हवा आने-जाने की कोई व्यवस्था नहीं थी। रात काफी ठंडी थी, इसलिए उन्होंने गर्म रहने के लिए चारकोल की पारंपरिक अंगीठी जलाई और कमरा बंद कर लिया हवा का प्रवाह बंद होने के कारण कमरे में धीरे-धीरे कार्बन मोनोऑक्साइड गैस भरने लगी। सोते समय यह गैस उनके शरीर में चली गई और तीन युवकों की मौत हो गई। यह गैस बिना गंध और रंग की होती है, इसलिए किसी को कुछ पता भी नहीं चला।
पड़ोसियों ने तोड़ा दरवाजा, सामने आया दर्दनाक दृश्य
घटना का पता मंगलवार शाम तब चला जब पड़ोसियों ने युवकों को कई बार फोन किया लेकिन जवाब नहीं मिला। शक होने पर उन्होंने दरवाजा तोड़ा तो अंदर तीन युवक मृत मिले और एक बेहोशी की हालत में मिला। मृतकों की पहचान रिहान मट्टे (22), सरफराज हरप्पनहल्ली (22) और मोइन नालबंद (23) के रूप में हुई है चौथा युवक शानवाज गंभीर हालत में है और उसे एक निजी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया है। तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए बीआईएमएस अस्पताल भेजा गया है। पुलिस ने मालमारुति थाने में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
कार्बन मोनोऑक्साइड कैसे लेती है जान?
कार्बन मोनोऑक्साइड एक बेहद जहरीली गैस है। यह सांस के जरिए शरीर में जाकर रक्त को ऑक्सीजन लेने से रोक देती है। यह गैस हीमोग्लोबिन के साथ मिलकर कार्बोक्सीहीमोग्लोबिन बनाती है, जिससे शरीर के महत्वपूर्ण अंगों तक ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती। पुलिस ने पुष्टि की है कि तीनों की मौत कार्बन मोनोऑक्साइड विषाक्तता के कारण ही हुई।