फर्जी डिग्री मामले में पूर्व BSA भूपेंद्र नारायण सिंह के खिलाफ जांच के आदेश,
शिक्षा विभाग में मचा हड़कंप
6 days ago
Written By: STATE DESK
उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में शिक्षा विभाग से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है। जहांमहानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा ने भदोही के पूर्व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) भूपेंद्र नारायण सिंह के खिलाफ फर्जी डिग्री के आधार पर सरकारी नौकरी पाने के मामले में जांच के आदेश दिए हैं। राजधानी लखनऊ में लिखित शिकायत के बाद यह कार्रवाई की गई है, जिससे जिले समेत पूर्वांचल के शिक्षा महकमे में खलबली मच गई है।
शिकायत के आधार पर जांच शुरू
यह मामला गोपीगंज कोतवाली क्षेत्र के जखांव निवासी शिक्षक अशोक कुमार मिश्र और आजमगढ़ के बरदह निवासी आर.के. तिवारी की ओर से की गई शिकायत पर आधारित है। दोनों शिक्षकों ने प्रमुख सचिव, बेसिक शिक्षा विभाग को एक शिकायती पत्र सौंपा था, जिसमें आरोप लगाया गया कि भूपेंद्र नारायण सिंह ने फर्जी बी.एड. डिग्री, अंकपत्र और अनुभव प्रमाण पत्र के आधार पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी का पद हासिल किया है। शिकायतकर्ताओं ने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।
शिकायतकर्ता बोले – हो निष्पक्ष जांच
शिकायतकर्ता अशोक कुमार मिश्र ने कहा कि पूर्व में जौनपुर और आजमगढ़ समेत अन्य जिलों से भी भूपेंद्र नारायण सिंह के खिलाफ शिकायतें की गई थीं, लेकिन अब जाकर जांच के आदेश हुए हैं। उन्होंने कहा कि यदि निष्पक्ष जांच हुई तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा और कई लोग जेल के पीछे होंगे।
भूपेंद्र नारायण सिंह ने बताया साजिश
वहीं, 31 मई 2025 को सेवानिवृत्त हुए पूर्व BSA भूपेंद्र नारायण सिंह ने अपने ऊपर लगे आरोपों को पूरी तरह बेबुनियाद बताया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने ही अशोक कुमार मिश्र समेत कई ऐसे अध्यापकों को पकड़ा था जो फर्जी सर्टिफिकेट के आधार पर नौकरी कर रहे थे। उन्होंने दर्जनों शिक्षकों को पद से हटाकर उनके खिलाफ मुकदमे दर्ज कराए और करोड़ों रुपये की रिकवरी के आदेश दिए। उन्होंने आरोप लगाया कि रिटायरमेंट से पहले उन्हें बदनाम करने और सज़ा से बचने के लिए कुछ लोग साजिश रच रहे हैं।
उच्च अधिकारियों को भेजी गई रिपोर्ट की प्रतिलिपि
इस मामले में संयुक्त सचिव वेद प्रकाश राय के निर्देश पर महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने निदेशक माध्यमिक शिक्षा, लखनऊ को जांच की जिम्मेदारी सौंपी है। जांच रिपोर्ट जल्द से जल्द प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, इस आदेश की प्रतिलिपि अपर शिक्षा निदेशक माध्यमिक प्रयागराज और सहायक निदेशक, बेसिक शिक्षा मिर्ज़ापुर मंडल को भी भेजी गई है।