बारात पर हमला: बदमाशों ने दूल्हे की गाड़ी रोकी,
महिलाओं से अभद्रता और लाखों की लूट
1 months ago Written By: Aniket Prajapati
बिहार के भागलपुर जिले में रविवार रात एक डराने वाली घटना सामने आई। पीरपैंती थाना क्षेत्र में एक शादी की बारात पर अज्ञात बदमाशों ने हमला कर दिया। दूल्हे की गाड़ी रोककर बारातियों के साथ मारपीट की गई और महिलाओं से अभद्र व्यवहार भी किया गया। बदमाशों ने न सिर्फ लोगों को घायल किया, बल्कि लाखों रुपये के आभूषण और नकदी भी लूटकर फरार हो गए। इस अचानक हमले से बारात में दहशत फैल गई और कई लोग घायल हो गए। पुलिस ने तुरंत कई थानों की फोर्स मौके पर भेजकर जांच शुरू कर दी है। यह घटना इलाके की सुरक्षा व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़े करती है।
दूल्हे की गाड़ी घेरकर हमला बारात सिवानपुर गांव से निकली थी और रात करीब 11 बजे इशीपुर थाना क्षेत्र के सीमानपुर मोड़ पर पहुंची। तभी 10–15 अज्ञात बदमाशों ने दूल्हे की गाड़ी को रोक लिया। पहले चालक से मारपीट की गई, फिर दूल्हे और उसके साथियों को कार से बाहर खींच लिया गया। लाठी-डंडों से जमकर हमला किया गया। बारातियों ने बताया कि बदमाश लगातार धमका रहे थे— “सब कुछ निकाल दो, वरना जान से मार देंगे।”
महिलाओं से अभद्रता और लाखों की लूट हमले के दौरान सबसे ज्यादा महिलाओं को परेशान किया गया। बदमाशों ने उनके हाथों से सोने-चांदी के जेवर जोर से खींच लिए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बदमाशों ने करीब 5 लाख रुपये के आभूषण और नकदी लूट ली। दूल्हे के पिता ने बताया कि शादी का खुशियों भरा माहौल अचानक दहशत में बदल गया। गाड़ियों को भी नुकसान पहुंचाया गया और कई बाराती घायल हुए। दो से तीन लोगों की हालत गंभीर है और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इलाके में सक्रिय गिरोह पर शक स्थानीय लोगों का कहना है कि इस मार्ग पर रात में पहले भी लूटपाट हो चुकी है, लेकिन बारात पर हमला पहली बार हुआ है। ग्रामीणों में घटना को लेकर भारी आक्रोश है। उनका कहना है कि इलाके में अपराधियों का एक सक्रिय गिरोह काम कर रहा है, जो रात के समय गाड़ियों को निशाना बनाता है।
पुलिस की कार्रवाई और सुरक्षा पर सवाल घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने कई थानों की टीम भेजकर क्षेत्र में अतिरिक्त फोर्स तैनात कर दी। पीड़ित परिवार ने मांग की है कि आरोपियों को जल्द पकड़ा जाए और कड़ी सजा दी जाए। स्थानीय लोगों ने सड़कों पर रात की गश्त बढ़ाने और निगरानी मजबूत करने की मांग की है। यह घटना बिहार के ग्रामीण इलाकों में बढ़ते अपराध और कमजोर पुलिस निगरानी की ओर इशारा करती है।