बिहार चुनाव में उतरेंगे योगी आदित्यनाथ: बीजेपी ने प्रचार अभियान को दी ‘यूपी मॉडल’ की धार,
25 रैलियों की तैयारी
11 days ago Written By: अनिकेत प्रजापति
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने कमर कस ली है। पार्टी अब उत्तर प्रदेश के ‘विजयी मॉडल’ को बिहार में दोहराने की तैयारी में है। इसके तहत यूपी के कई दिग्गज नेताओं को बिहार के रण में उतारा जा रहा है। सबसे बड़ी जिम्मेदारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंपी गई है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद एनडीए के सबसे बड़े स्टार प्रचारक के रूप में मैदान में उतरने जा रहे हैं।
योगी आदित्यनाथ को मिली बड़ी जिम्मेदारी बीजेपी सूत्रों के मुताबिक, सीएम योगी को बिहार चुनाव में लगभग 100 से 150 विधानसभा सीटों पर प्रभाव डालने का टारगेट दिया गया है। योगी आदित्यनाथ की 20 से 25 चुनावी सभाएं तय मानी जा रही हैं, लेकिन स्थानीय उम्मीदवारों की मांग देखते हुए रैलियों की संख्या 30 तक पहुंच सकती है। योगी न सिर्फ यूपी से सटी सीमाओं वाले जिलों जैसे गोपालगंज, सारण, सीवान और वाल्मीकि नगर में रैलियां करेंगे, बल्कि सीमांचल और मिथिलांचल के मुस्लिम बहुल इलाकों में भी प्रचार की कमान संभालेंगे। पार्टी को उम्मीद है कि योगी की फायर ब्रांड छवि इन क्षेत्रों में हिंदू मतदाताओं को एकजुट कर ध्रुवीकरण को मजबूत करेगी।
‘यूपी मॉडल’ का फॉर्मूला: पिछड़ों से लेकर अपर कास्ट तक को साधने की रणनीति बीजेपी बिहार में वही रणनीति दोहराना चाहती है जिसने 2022 में योगी आदित्यनाथ को उत्तर प्रदेश में ऐतिहासिक जीत दिलाई थी। इस रणनीति का मूल फॉर्मूला है—गैर-यादव पिछड़ी जातियों को अपने साथ जोड़ना और अपर कास्ट वोट बैंक को एकजुट रखना। इसके लिए पार्टी ने यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को बिहार चुनाव का सह-प्रभारी बनाया है। वह पिछड़ी जातियों, खासकर कुशवाहा और अति पिछड़ा वर्ग में पार्टी की पैठ बढ़ाने की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। वहीं स्वतंत्र देव सिंह जैसे कुर्मी समुदाय के नेता भी बिहार में सक्रिय रहेंगे।
‘यूपी मॉडल’ से अपराध नियंत्रण का संदेश बीजेपी का मानना है कि योगी आदित्यनाथ की ‘सख्त प्रशासक’ वाली छवि बिहार के युवाओं और मध्य वर्ग के मतदाताओं को प्रभावित कर सकती है। पार्टी यह संदेश देना चाहती है कि यूपी की तरह बिहार में भी बीजेपी सरकार अपराध पर कड़ा नियंत्रण रख सकती है। योगी की सभाएं इस नैरेटिव को और मजबूत करने का जरिया बनेंगी।
स्टार प्रचारकों की लंबी फौज बीजेपी ने बिहार प्रचार के लिए स्टार प्रचारकों की लंबी सूची तैयार की है। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के अलावा दिल्ली, मध्य प्रदेश और राजस्थान के दिग्गज नेता भी प्रचार की कमान संभालेंगे। भोजपुरी सितारे और सांसद रवि किशन, मनोज तिवारी और दिनेश लाल निरहुआ भी बिहार के रण में उतरेंगे। एमपी के सीएम मोहन यादव यादव वोट बैंक को साधने का काम करेंगे, जबकि दिल्ली की नेता रेखा गुप्ता महिला और वैश्य वोटर्स तक पहुंच बनाएंगी। कपिल मिश्रा और अन्य बीजेपी मंत्री बिहार के विभिन्न क्षेत्रों में प्रचार अभियान चलाएंगे।
‘यूपी से बिहार’ बीजेपी का नया चुनावी मंत्र बीजेपी का पूरा फोकस इस बार ‘यूपी से बिहार’ चुनावी मंत्र पर है। संगठन से लेकर बूथ प्रबंधन तक, हर स्तर पर यूपी मॉडल लागू किया जा रहा है। पार्टी के रणनीतिकारों का मानना है कि अगर जातीय संतुलन, हिंदुत्व की लहर और मोदी-योगी की जोड़ी का असर एक साथ दिखा, तो बिहार में एनडीए के लिए यह चुनाव निर्णायक साबित हो सकता है।