IAS की तैयारी कर रही IIT ग्रेजुएट छात्रा ने गंगा में लगाई छलांग,
रिजल्ट न आने से थी परेशान
1 months ago
Written By: Aniket Prajapati
बिजनौर में सोमवार सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। कानपुर IIT से बीटेक कर चुकी और IAS की तैयारी कर रही छात्रा ललिता सिंह (27) ने गंगा बैराज से छलांग लगा दी। सुबह मॉर्निंग वॉक के लिए घर से निकली ललिता कुछ ही देर बाद गंगा के किनारे पहुंची और रेलिंग पार कर नदी में कूद गई। घटना के बाद वहां मौजूद लोगों में हड़कंप मच गया। पुलिस और गोताखोरों की टीम ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया, लेकिन देर शाम तक उसका कुछ पता नहीं चल सका।
IIT से बीटेक करने के बाद IAS की तैयारी कर रही थी ललिता
पुलिस के मुताबिक, ललिता सिंह बिजनौर के खानपुर माजरा इलाके की रहने वाली थी। उसके पिता चौधरी वेदप्रकाश संग्रह अमीन के पद पर तैनात हैं। ललिता ने करीब तीन साल पहले कानपुर IIT से बीटेक पास किया था। जॉब के कई मौके मिलने के बावजूद उसने सरकारी सेवा में जाने का सपना देखा और सिविल सर्विसेज की तैयारी में जुट गई। परिवार ने बताया कि वह दिन-रात पढ़ाई में लगी रहती थी और पिछले महीने ही उसने UPPCS की परीक्षा दी थी, जिसका परिणाम आने के बाद से वह तनाव में थी।
चचेरी बहन के साथ निकली थी मॉर्निंग वॉक पर
सोमवार सुबह करीब 6 बजे ललिता अपनी चचेरी बहन अक्षी के साथ घर से मॉर्निंग वॉक के लिए निकली। रास्ते में उसने कहा कि आज गंगा बैराज तक घूमकर आते हैं। दोनों बस में बैठकर बैराज पहुंचीं। वहां दोनों कुछ देर टहलती रहीं। CCTV फुटेज में ललिता सफेद जैकेट में दिख रही है। वह बीच-बीच में रेलिंग से नदी की ओर झांकती दिखी, मानो कुछ सोच रही हो। करीब 10 मिनट बाद अचानक वह रेलिंग पर चढ़ी और नीचे छलांग लगा दी।
पुलिस ने शुरू किया सर्च ऑपरेशन, पानी की गहराई 20 फीट
घटना के बाद बहन अक्षी ने शोर मचाया तो आसपास के लोग दौड़े। पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची टीम ने गोताखोरों की मदद से सर्च ऑपरेशन शुरू किया। पुलिस के मुताबिक, जहां से ललिता ने छलांग लगाई वहां पानी की गहराई करीब 20 फीट है। सिंचाई विभाग ने तुरंत उस दिशा का बैराज गेट बंद कराया। साथ ही SDRF की टीम को भी बुलाया गया।
परिवार ने कहा – परीक्षा के रिजल्ट के बाद से उदास थी
परिवार के लोग सूचना मिलते ही गंगा किनारे पहुंच गए। नानी जयावती ने बताया कि ललिता बीते कुछ दिनों से चुप-चुप रहने लगी थी। ताऊ दिलराम सिंह और चाचा रोहिताश ने कहा कि 13 अक्टूबर को UPPCS परीक्षा का रिजल्ट आने के बाद वह बेहद निराश थी। ललिता चार भाई-बहनों में सबसे बड़ी थी। एक भाई साइंटिस्ट है और दूसरा इंजीनियर, दोनों बाहर नौकरी करते हैं।
मेधावी थी लेकिन खुद पर डाल लिया दबाव
ललिता ने वैदिक कन्या इंटर कॉलेज, चांदपुर से इंटर और दरबड़ा कॉलेज से बीएससी की पढ़ाई की थी। इसके बाद छत्रपति साहूजी महाराज यूनिवर्सिटी से एमएससी और फिर कानपुर IIT से बीटेक किया। दिल्ली के मुखर्जी नगर में उसने दो साल तक IAS कोचिंग ली। फिलहाल वह ऑनलाइन पढ़ाई कर रही थी। परिवार का कहना है कि वह बहुत मेधावी थी, लेकिन खुद पर सफलता का दबाव बहुत ज्यादा डाल चुकी थी। पुलिस और SDRF टीमें उसकी तलाश में जुटी हैं।