बिजनौर में आवारा कुत्तों के हमले में 6 साल की मासूम बच्ची की दर्दनाक मौत,
प्रशासन पर खड़े हुए गंभीर सवाल
3 days ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: बिजनौर में एक भयानक घटना हुई है, जहां आवारा कुत्तों के झुंड ने एक 6 साल की मासूम बच्ची यासमीन पर हमला कर उसे नोच-नोचकर मौत के घाट उतार दिया। यह घटना अफजलगढ़ थाना क्षेत्र की फैजी कॉलोनी में सुबह करीब 7 बजे हुई, जब यासमीन अपनी मां गुलशन जहां के साथ दुकान से दूध लेने जा रही थी। बच्ची अपनी मां से पीछे रह गई तभी करीब 10 से 12 कुत्तों के झुंड ने उसे चारों तरफ से घेर लिया और उस पर हमला कर दिया। आसपास के लोगों की मदद से कुत्तों को भगाया गया, लेकिन तब तक बच्ची गंभीर रूप से घायल हो चुकी थी। उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
कुत्तों के डर से बच्चों को अकेले बाहर जाने से रोकती थी मां
मां गुलशन जहां ने बताया कि वह बच्ची की आवाज नहीं सुन सकीं और जब पीछे मुड़ीं तो देखा कि कुत्ते उनकी बच्ची को नोच रहे थे। उन्होंने कहा कि कुत्तों के डर के कारण वे अपने बच्चों को अकेले बाहर जाने नहीं देती थीं, फिर भी उस दिन बच्ची के साथ वह थीं लेकिन थोड़ी दूरी पर आगे निकल जाने के बाद यह घटना घटी। यासमीन परिवार की सबसे छोटी बच्ची थी। उसके पिता महमूद मजदूरी करते हैं जबकि मां शादियों में बर्तन धोने का काम करती हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर है और बच्चे पढ़ाई भी नहीं कर पाते।
आवारा कुत्तों पर ग्राम पंचायत स्तर से होगी कार्रवाई
इस दर्दनाक घटना के बाद पूरे इलाके में मातम छा गया है। स्थानीय लोगों ने नगर पालिका और प्रशासन से आवारा कुत्तों की समस्या दूर करने की मांग की है। करीब चार महीने पहले भी इसी क्षेत्र के रसूलपुर आबाद गांव में आवारा कुत्तों ने एक बच्चे पर हमला कर उसकी भी मौत कर दी थी। नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी ने कहा कि यह क्षेत्र नगर पालिका के अधीन नहीं है बल्कि ग्राम पंचायत के अंतर्गत आता है। इसलिए आवारा कुत्तों पर कार्रवाई ग्राम पंचायत स्तर से की जाएगी। यह घटना आवारा कुत्तों की समस्या पर प्रशासन की उदासीनता को उजागर करती है और जरूरत है कि संबंधित विभाग इस गंभीर मुद्दे को तुरंत हल करें ताकि मासूमों की जान बचाई जा सके।