जिस दिन डोली उठनी थी, उसी दिन उठी बेटी की अर्थी,
बस एक लापरवाही...और बिना दुल्हन लौटी बारात
1 months ago
Written By: STATE DESK
Bride Dies On Wedding Day: उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां शादी के दिन ही एक 22 वर्षीय दुल्हन की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। यह हादसा गुरसहायगंज कोतवाली क्षेत्र के किसवापुर गांव में हुआ, जहां रिंकी नाम की युवती की शादी तय थी, लेकिन विदाई वाले दिन ही उसकी अर्थी उठ गई। यहां एक झोला छाप डाक्टर पर पेट दर्द का गलत इलाज करने के आरोप लग रहे हैं। फिलहाल आरोपी डाक्टर मौके से फरार बताया जा रहा है।
अचानक पेट दर्द और गलत इलाज बना मौत का कारण
मिली जानकारी के मुताबिक घटना शनिवार की है, जब रिंकी की शादी उमर्दा क्षेत्र के सुखी गांव निवासी राहुल (25) से होने जा रही थी। बारात गांव में पहुंचने वाली थी, लेकिन उससे पहले ही रिंकी को पेट दर्द की शिकायत हुई। परिजनों ने गंभीरता को नजरअंदाज करते हुए गांव के झोलाछाप डॉक्टर सीपी सिंह से इलाज करवाया। डॉक्टर ने उसे एक इंजेक्शन लगाया, जिसके बाद परिवार उसे घर वापस ले आया। घर लौटने के बाद जब रिंकी शादी की तैयारी में जुटी थी, तभी उसकी हालत और बिगड़ गई और कुछ ही देर में वह कमरे में बेसुध पड़ी मिली। जिसके बाद आनन-फानन में परिजनों ने एक स्थानीय डॉक्टर को बुलाया, जिसने जांच के बाद रिंकी को मृत घोषित कर दिया।
शादी की खुशियों में छाया मौत का मातम
शादी की तैयारियों के बीच दुल्हन की मौत की खबर मिलते ही गांव भर में मातम पसर गया। दूल्हा राहुल और बारात वापस लौट गई। रविवार को जिस दिन रिंकी की विदाई होनी थी, उसी दिन उसकी अंतिम यात्रा निकाली गई। परिजनों ने बेटी का अंतिम संस्कार बिना पोस्टमार्टम के ही कर दिया और किसी भी कानूनी कार्रवाई से इनकार कर दिया।
झोलाछाप डॉक्टर फरार, परिजन चुप
वहीं इस घटना के बाद से आरोपी झोलाछाप डॉक्टर फरार बताया जा रहा है। वहीं, दुल्हन के ससुराल पक्ष के लोग अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हुए। इस दौरान रिंकी के पिता महेश, जो मजदूरी और खेती से जीवन चलाते हैं, ने बताया कि वह अपनी बेटी की शादी के लिए बहुत खुश थे, लेकिन अचानक सब कुछ उजड़ गया।
विदाई के दिन बेटी की अर्थी उठी
यहां डोली उठाने वाले दिन बेटी की अर्थी पर बिलखते हुए मृतका के पिता महेश ने कहा है कि, "हमने सोचा था बेटी को डोली में विदा करेंगे, लेकिन हमें उसकी अर्थी उठानी पड़ी। मुझे विश्वास नहीं हुआ जब घर में बेटी की मौत की खबर आई।" रिंकी आठवीं तक पढ़ी थी और उसके चार भाई व तीन बहनें हैं। उसकी मौत ने पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया है।