महिला SDO का नाम लेकर गाया गाना, JE साहब हुए सस्पेंड,
पूरा मामला जानकर घूम जाएगा माथा
2 months ago
Written By: STATE DESK
UP Power Department Controversy: बिजली विभाग में कार्यरत एक जूनियर इंजीनियर (जेई) को महिला एसडीओ का नाम लेकर सार्वजनिक रूप से गाना गाना महंगा पड़ गया। वीडियो सामने आने के बाद महिला अधिकारी ने सख्त नाराजगी जताते हुए एमडी से शिकायत की। जांच के बाद शनिवार को जेई संजीव कुमार को निलंबित कर दिया गया। वायरल विडियो निजीकरण के विरुद्ध प्रदर्सन के बाद वापस लौटने के दौरान का बताया जा रहा है।
बस में डांस के दौरान गया गाना
8 अप्रैल को बुलंदशहर से बिजली विभाग के 30 जेई निजीकरण के खिलाफ प्रदर्शन करने लखनऊ रवाना हुए थे। सफर के दौरान बस में 'दे दे प्यार दे' गाने पर कर्मचारी डांस करने लगे। इसी दौरान जेई संजीव कुमार ने महिला एसडीओ का नाम लेते हुए नाचना शुरू कर दिया। कर्मचारियों ने इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो बना लिया और महिला अधिकारी तक पहुंचा दिया।
एक ही ऑफिस में तैनात हैं जेई और महिला एसडीओ
बताया गया कि जेई संजीव कुमार और महिला एसडीओ दोनों एक ही कार्यालय में कार्यरत हैं। संजीव, महिला एसडीओ के अधीनस्थ हैं। महिला अधिकारी का पति भी बुलंदशहर में कृषि विभाग में तैनात है। उस दिन लखनऊ में बिजली कर्मचारियों का धरना-प्रदर्शन था, जिसमें बुलंदशहर से 30 जेई एक बस में रवाना हुए थे।
नाम लेकर गया, देदे प्यार दे
वीडियो में साफ देखा गया कि जैसे ही बस में 'दे दे प्यार दे' गाना बजा, एक जेई सीट से उठकर नाचने लगा। वह संजीव कुमार को भी अपने साथ डांस में खींच लाया। इसके बाद चार-पांच अन्य जेई भी शामिल हो गए। डांस के बीच में संजीव अपनी सीट पर बैठकर महिला एसडीओ का नाम लेकर हाथ उठाते हुए नाचता रहा। बस में मौजूद किसी भी कर्मचारी ने उसे रोकने की कोशिश नहीं की, बल्कि तालियां बजाकर उसका उत्साह बढ़ाया।
वीडियो देख भड़क गईं महिला एसडीओ
वीडियो मिलते ही महिला अधिकारी ने मेरठ जाकर बिजली विभाग की एमडी ईशा दुहन से शिकायत की। उन्होंने कहा, "मुझे व्हाट्सएप पर एक वीडियो मिला है जिसमें जेई संजीव कुमार ने मेरे नाम का इस्तेमाल करते हुए गाना गाया है। इस वीडियो को जान-पहचान वालों के बीच भी वायरल कर दिया गया, जिससे मेरी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है। जेई के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।"
तीन सदस्यीय जांच टीम गठित, जेई निलंबित
शिकायत के बाद एमडी ने तीन सदस्यीय जांच समिति गठित कर दी। जांच पूरी होने पर शनिवार को समिति ने रिपोर्ट सौंपी, जिसमें जेई संजीव कुमार को दोषी पाया गया। रिपोर्ट के आधार पर एमडी ने संजीव कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।