अवैध धर्मांतरण गैंग का सरगना छांगुर बाबा पर कसता जा रहा शिकंजा,
भारत को इस्लामिक देश बनाना चाहता था
14 days ago Written By: अनिकेत प्रजापति
अवैध धर्मांतरण का सिंडिकेट चलाने वाले जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। यूपी एटीएस की चार्जशीट में दर्ज 33 गवाहों के बयानों से छांगुर बाबा और उसके साथियों की क्रूर मानसिकता सामने आई है। औरेया निवासी एक पीड़िता ने आरोप लगाया कि छांगुर बाबा ने उसके साथ छेड़छाड़ की, जबकि उसके करीबी सहयोगियों ने उसके साथ बलात्कार किया। वहीं, एक अन्य पीड़िता ने बताया कि उसके साथ बलात्कार और जातीय अपमान भी हुआ। चार्जशीट में कई अन्य गवाहों ने भी गंभीर खुलासे किए हैं, जो इस गैंग की सनसनीखेज हरकतों को उजागर करते हैं।
क्या था छांगुर बाबा का मकसद ? चार्जशीट में यह भी बताया गया है कि छांगुर बाबा के पास से धार्मिक प्रचार सामग्री, पुस्तकें और पम्फलेट मिले हैं। इन सामग्री में इस्लाम की अच्छाई और हिंदू धर्म की कथित बुराइयों का जिक्र था। ATS के अनुसार इस गिरोह का मकसद भारत की जनसंख्या संतुलन बदलकर इस्लामिक देश बनाना और शरीयत कानून लागू करना था। चार्जशीट में नीतू उर्फ नसरीन, रशीद, सबरोज, शहाबुद्दीन और CJM कोर्ट के पेशकार राजेश उपाध्याय को अवैध धर्मांतरण, आपराधिक साजिश, एससी-एसटी एक्ट उल्लंघन, विदेशी फंडिंग जुटाने और अवैध संपत्ति खरीदने का दोषी ठहराया गया है।
ED ने की संपत्ति कुर्क इससे पहले 25 अगस्त को ED ने छांगुर बाबा के सहयोगी नवीन रोहरा की पत्नी नीतू रोहरा की 13 करोड़ रुपये की अचल संपत्तियां मनी लॉन्ड्रिंग कानून के तहत कुर्क की थीं। कुर्क की गई संपत्तियां बलरामपुर जिले के उतरौला क्षेत्र में हैं। छांगुर बाबा और नवीन रोहरा फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं।
धर्म परिवर्तन के लिए जाति के आधार पर रकम तय एसटीएफ की पूछताछ में छांगुर बाबा ने सनसनीखेज खुलासे किए। उसने खुलासा किया कि धर्म परिवर्तन के लिए जाति के आधार पर रकम तय की गई थी। ब्राह्मण, क्षत्रिय और सिख लड़कियों के लिए 15-16 लाख रुपये, पिछड़ी जाति की लड़कियों के लिए 10-12 लाख रुपये, और अन्य जातियों की लड़कियों के लिए 8-10 लाख रुपये निर्धारित थे। छांगुर बाबा का नाम तब सामने आया जब हिंदू संगठनों के दबाव और पीड़ितों की घर वापसी से इस गैंग का भांडा फोड़ा गया।