काला खेल उजागर: कोडीन युक्त 100 करोड़,
के कफ सिरप कांड में नए खुलासे
1 months ago Written By: Aniket Prajapati
लखनऊ/आदमपुर: कोडीन युक्त कफ सिरप के 100 करोड़ रुपये के काले कारोबार में हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। जांच में अब तक यह बात सामने आई है कि इस खेल के ‘किंगपिन’ शुभम जायसवाल के साथ ‘क्वीनपिन’ की भी एंट्री हुई है। शुभम के नाम से जुड़ी कई फर्मों की पड़ताल में कई ऐसे स्थान मिले जहाँ बंगलों या दफ्तरों की जगह सिर्फ कागज़ों पर ही पते दर्ज थे। आदमपुर के कायस्थ टोला में दर्ज New Vriddhi Pharma नाम की फर्म शुभम की पत्नी वैशाली और एक जानने वाली वर्षा के नाम पर रजिस्टर पायी गई, लेकिन उस पते पर उससे संबंधित कोई दस्तावेज या कागजात नहीं मिले। खाद्य और औषधि प्रशासन (FDA) की टीम ने भी मौके पर जाकर यही पाया कि फर्म कागजों पर ही चल रही थी।
फर्मों की तहकीकात और नोटिस का सिलसिला जांच में अब तक करीब 20 ऐसी फर्में मिली हैं जो केवल कागज़ों पर ही मौजूद थीं। कई रजिस्टर्ड पतों पर झोपड़ी, छोटी चाय की दूकान या कोई दस्तावेज़ ही नहीं मिला। कुल मिलाकर 100 से अधिक फर्मों की जांच पूरी की जा चुकी है और इन फर्मों पर कफ सिरप के क्रय-विक्रय का कोई वाजिब हिसाब नहीं मिला है। बावजूद इसके इन फर्मों को करोड़ों की कफ सिरप बेची गई है। अब उन 100 से अधिक फर्मों को नोटिस जारी किए जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है ताकि बिक्री और खरीद का लेखा-जोखा मांगा जा सके और फर्जी कंपनियों की कड़ियाँ झूठी ठिकानों तक जोड़ी जा सकें।
सफेदपोश चेहरे और फरार सरगना इस पूरे खेल का मुख्य सरगना शुभम जायसवाल अभी फरार है। उसके खिलाफ वाराणसी, सोनभद्र, गाजियाबाद और जौनपुर में मुकदमे दर्ज हैं। जांच तेजी से आगे बढ़ रही है और शुभम के नज़दीकियों की सूची पर कई “सफेदपोश” चेहरों के नाम भी आ रहे हैं, जिन्हें अब पुलिस और एफडीए की निगाह में रखा गया है। हर रोज नई जानकारियाँ मिल रही हैं और मामले की परतें खुल रही हैं, जिससे यह मामला अब व्यापक और जालदार रूप ले चुका है। जांच एजेंसियाँ अब कागज़ों पर बनी फर्मों के बैंक ट्रांजैक्शन, सप्लायर-खरीदार रिकॉर्ड और वितरण चैनल की गहन पड़ताल कर रही हैं ताकि इस काले नेटवर्क के हर सदस्य तक पहुँच बनाई जा सके। अब सवाल यह है कि क्या जल्द ही फरार शख्स और सफेदपोश जुड़े लोग पकड़े जाएंगे और इस बड़ी कांड की परतें पूरी तरह से उजागर होंगी।