17 साल की दलित लड़की ने की आत्महत्या,
प्रेमी और दारोगा पर जबरन गर्भपात तथा मानसिक शोषण का आरोप
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: धर्म नगरी अयोध्या के रौनाही थाना क्षेत्र के पिलखांवा गांव के मजरा रामापुर में एक 17 साल की दलित लड़की ने आत्महत्या कर ली। लड़की का शव उसके कमरे में पंखे से लटका मिला। यहां जब लड़की के परिजनों ने उसे खाना खाने के लिए आवाज दी लेकिन जब कोई जवाब नहीं आया तो उन्होंने खिड़की से देखा। जहां कमरे में उसकी लाश पंखे से लटकी हुई थी। पुलिस को मामले की जानकारी दी गई। पुलिस और फोरेंसिक टीम ने मौके पर जाकर कमरे को सील कर दिया और जांच शुरू की। जांच में एक सुसाइड नोट भी मिला, जिसमें लड़की ने अपनी मौत के लिए अपने प्रेमी और एक दरोगा को जिम्मेदार ठहराया। उसने लिखा मेरी मौत के जिम्मेदार प्रेमी और दरोगा हैं। उन्होंने जबरन मेरा गर्भपात कराया। अब मैं जी नहीं सकती हूं।
परिजनों ने लगाया मानसिक शोषण का आरोप
लड़की के परिजनों का कहना है कि वह लंबे समय से मानसिक और शारीरिक शोषण का शिकार हो रही थी। लड़की का प्रेम संबंध अंजनाई तारा गांव निवासी प्रेमचंद राव से था। कुछ महीनों पहले लड़की की मां ने प्रेमचंद पर अपहरण का आरोप लगाया था, जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था। लड़की को नारी निकेतन भेजा गया था। कुछ समय बाद प्रेमचंद जेल से बाहर आया और दोनों का मिलना-जुलना फिर से शुरू हो गया।
लड़की पर बनाया गया शारीरिक संबंध का दबाव
परिजनों के मुताबिक, जेल से बाहर आने के बाद प्रेमचंद ने लड़की पर शारीरिक संबंध बनाने का दबाव डाला और उसका गर्भपात करवा दिया। इसके अलावा दरोगा हरे कृष्णा ने भी लड़की को मानसिक रूप से परेशान किया। वह लगातार लड़की से पूछताछ के नाम पर उसे प्रताड़ित करते थे। पुलिस ने इस मामले में प्रेमचंद और उसके परिवार के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। वहीं प्रेमचंद को गिरफ्तार कर लिया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है। साथ ही दरोगा हरे कृष्णा के खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी गई है। सीओ योगेंद्र कुमार ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और रिपोर्ट के आधार पर आगे का कदम उठाया जाएगा। लड़की के सुसाइड नोट और परिजनों की शिकायत के आधार पर मामले की जांच जारी है। मृतका ने आत्महत्या से पहले लिखा था कि उसे धोखा दिया गया और उसका जीवन बर्बाद कर दिया गया।