दिल्ली ब्लास्ट: लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास धमाका,
11 की मौत, कई घायल गेट 1 और 4 बंद
1 months ago Written By: संदीप शुक्ला
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली सोमवार (10 नवंबर) की शाम को एक भीषण धमाके से दहल उठी। लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास खड़ी एक कार में जबरदस्त विस्फोट हुआ, जिसमें 11 लोगों की मौत हो गई और 29 लोग घायल बताए जा रहे हैं। इस घटना से पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। हादसे के बाद दिल्ली पुलिस ने इलाके को पूरी तरह घेर लिया है और मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 1 और गेट नंबर 4 को अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है।
लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट 1 और 4 बंद
दिल्ली पुलिस ने बताया कि धमाका लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 1 के पास हुआ। इस इलाके में शाम के समय काफी भीड़ रहती है। विस्फोट के बाद पुलिस और राहत दल तुरंत मौके पर पहुंचे। पूरे क्षेत्र को सुरक्षा कारणों से सील कर दिया गया है। दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) ने पुष्टि की है कि गेट 1 और गेट 4 बंद रहेंगे जबकि अन्य गेट से आवाजाही फिलहाल नियंत्रित रूप में जारी रहेगी।
ब्लास्ट से पहले दिखा संदिग्ध — CCTV फुटेज मिला
घटना से पहले की CCTV फुटेज भी सामने आई है। इसमें एक i-20 कार दिखाई दे रही है, जिसे एक शख्स काले रंग का मास्क पहनकर चला रहा था। सूत्रों के मुताबिक, ड्राइवर की पहचान डॉ. मोहम्मद उमर के रूप में हुई है, जो फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल से जुड़ा बताया जा रहा है। पुलिस अब इस फुटेज का विश्लेषण कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश में है कि कार में विस्फोटक कैसे और कब रखा गया।
फरीदाबाद और जम्मू-कश्मीर से जुड़ रहे हैं तार
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने फरीदाबाद क्राइम ब्रांच और जम्मू-कश्मीर पुलिस से संपर्क किया है। बताया जा रहा है कि इस घटना का लिंक हरियाणा के फरीदाबाद मॉड्यूल से हो सकता है, जहां हाल ही में भारी मात्रा में विस्फोटक और हथियार बरामद किए गए थे। पुलिस ने उस कार की जानकारी जुटाई है जिसमें धमाका हुआ था। यह हरियाणा नंबर की i-20 कार थी, जिसे हाल ही में तारिक नाम के व्यक्ति ने खरीदा था।
गृह मंत्री की बैठक, NIA और NSG की जांच जारी
धमाके के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने सभी सुरक्षा एजेंसियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक बुलाने के निर्देश दिए हैं। वहीं, NIA (राष्ट्रीय जांच एजेंसी), NSG (नेशनल सिक्योरिटी गार्ड) और SFL (फॉरेंसिक टीम) ने घटनास्थल का निरीक्षण किया है। विशेषज्ञों ने कार के अवशेषों से नमूने इकट्ठे किए हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि धमाके में किस प्रकार का विस्फोटक इस्तेमाल किया गया।